पटना 12 दिसंबर 2024

बिहार विद्यापीठ देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में प्रख्यात चित्रकार उमेश शर्मा द्वारा डिजाइन: इमेजिनेशन एवं गणित विषयक व्याख्यान लोकतंत्र संवाद शृंखला 3 के तहत आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री विजय प्रकाश भा. प्र .से .(से.नि.), अध्यक्ष बिहार विद्यापीठ ने इस इस विशिष्ट कक्षा के उद्देश्यों से अवगत कराते हुए कहा कि बीएड एवं डीएल एड पाठ्यक्रम के प्रशिक्षणार्थियों में डिजाइन जिसमें विशेष रूप से इमेजिनेशन एवं गणित के बीच अन्योन्यक्रिया की स्पष्ट समझ विकसित करने के लिए किया गया है।

उन्होंने कहा कि गणित के अनुशासन में कल्पना को सौन्दर्यानुभूति के साथ सहजता से मूर्त किया जा सकता है। उन्होंने सृजनात्मक शिक्षण के सिद्धांत पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि व्यक्ति की मेधा आठ प्रकार की होती है शाब्दिक मेथा,भाषाईक मेधा चित्रात्मक, मेधा संगीत से जुड़ा मेधा शारीरिक मेधा अन्तरवैयक्तिक (सामाजिक रिस्ते)अन्त: मेधा ,प्राकृतिक मेधा तथा प्राकृतिक सीखने की शैली ।

इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ चित्रकार उमेश शर्मा ने अपने चित्रकारिता के अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि डिजाइन में यथार्थ बोध के पुट एक अनिवार्य आयाम है। यथार्थ बोध के पुट डिजाइन को जीवन्त बना देता है ।कला में डिज़ाइन के सिद्धांत की समझ को स्पष्ट करते हुए कहा कि कला में डिजाइन के सिद्धांत मूलभूत अवधारणाएँ हैं जो कलाकृतियों के निर्माण और मूल्यांकन का मार्गदर्शन करती हैं, दृश्य सामंजस्य, संतुलन और सामंजस्य सुनिश्चित करती हैं। इन सिद्धांतों में संतुलन, विपरीतता, जोर, गति, पैटर्न, लय और एकता/विविधता शामिल हैं।

इस अवसर पर डॉ राणा अवधेश मंत्री,डॉ मृदुला प्रकाश निदेशक,शिक्षा,संस्कृति एवं संग्रहालय, डॉ नीरज सिन्हा, निदेशक, कौशल विकास, प्रमोद कुमार कर्ण सीओओ एआई सी बिहार विद्यापीठ विवेक रंजन वित्त मंत्री, डॉ पूनम वर्मा तथा महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक गण की भूमिका महत्वपूर्ण रही। अवधेश के नारायण सहायक मंत्री, ने आगत अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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