पटना 16 जून 2025
भारत सरकार के माननीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने आज पटना स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – पूर्वी क्षेत्रीय अनुसंधान परिसर (ICAR-RCER) का दौरा किया। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान में चल रहे अनुसंधान कार्यों एवं पूर्वी भारत की कृषि क्षेत्र में रूपांतरण हेतु किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। इस दौरान बिहार सरकार के उप-मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा जी भी उनके साथ उपस्थित थे। दौरे की शुरुआत ICAR-RCER परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम से हुई, जिसमें दोनों मंत्रियों सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया।

इसके उपरांत ICAR-RCER के कार्यकारी निदेशक डॉ. अशुतोष उपाध्याय ने संस्थान की उपलब्धियों, अनुसंधान गतिविधियों एवं भविष्य की कार्ययोजना पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि संस्थान जल उत्पादकता बढ़ाने, जलवायु-सहिष्णु खेती, छोटे और सीमांत किसानों के लिए उपयुक्त तकनीकी नवाचार तथा भूमि एवं जल संसाधन प्रबंधन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।माननीय मंत्री ने अनुसंधान कार्यों की सराहना करते हुए वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे अपने अनुसंधान को ‘विकसित भारत @2047’ के राष्ट्रीय विज़न के अनुरूप आगे बढ़ाएं। उन्होंने विशेष रूप से यह उल्लेख किया कि अनुसंधान का लाभ तभी सार्थक होगा जब वह फील्ड स्तर पर किसानों तक प्रभावी रूप से पहुंचे। श्री चौहान ने हाल ही में संपन्न विकसित कृषि संकल्प अभियान (VKSA) में ICAR और उसके कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब केंद्र और राज्य सरकारों के कृषि विभागों ने मिलकर विज्ञान-आधारित समाधानों को जमीनी स्तर तक पहुंचाया।
इसके बाद, ICAR-RCER एवं ICAR-ATARI पटना के वैज्ञानिकों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित हुआ, जिसमें प्राकृतिक खेती, संरक्षण कृषि, मृदा स्वास्थ्य, मौसम आधारित परामर्श, भविष्य की कृषि रणनीतियां एवं क्षेत्र-विशिष्ट तकनीकों पर विस्तृत चर्चा हुई। मंत्री महोदय ने संस्थान के अंतर्विषयी (interdisciplinary) दृष्टिकोण और किसानों के साथ समन्वयात्मक प्रयासों की सराहना की।कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवानी, प्रधान वैज्ञानिक, भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग ने किया। अंत में डॉ. उज्जवल कुमार, प्रमुख, सामाजिक-आर्थिक एवं विस्तार प्रभाग (DSSE), ICAR-RCER ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।