पटना 8 जनवरी 2025
जद (यू0) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर टिप्पणी को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ‘प्रगति यात्रा’ पर ओछी टिप्पणी करने वाले मानसिक दिवालिएपन के शिकार हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दिन-रात बिहारवासियों के कल्याण की बात करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कई सालों से राज्य भर की यात्रा पर निकलते हैं और खुद वहां जाकर लोगों की समस्याओं से रुबरु होते हैं और उसे समझने की कोशिश करते हैं। राज्य के विकास की खातिर अपनी पिछली 15 यात्राओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलों में जाकर विकास कामों की समीक्षा करने का काम किया है साथ ही जिलों के विकास के लिए करोड़ों की योजनाएं दी है जिसकी मदद से आज बिहार विकास की नई बुलंदियां छू रहा है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को ये मालूम होना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में आज बिहार विकास के राह पर अग्रसर है और देशभर में विकास दर के मामले में तेज प्रगति करने वाला राज्य है। राज्य में लोगों की प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हुई है और अभी हाल ही में औद्योगिक निवेश के लिए 1 लाख 80 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में समाज का हर तबका सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक तौर पर सशक्त हुआ है चाहे वो महिला हो, पिछड़ा वर्ग हो, अति पिछड़ा वर्ग हो या फिर अनुसूचित जाति समुदाय हो। समाज के पिछड़े तबके के हित में सरकार ने कई फैसले लिए हैं और उनकी स्थिति में सुधार के लिए ढेरों योजनाएं चलाई जा रही है जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो रहा है और वो समाज में सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्राओं पर टिप्पणी करने से पहले जरा अपने माता-पिता के शासनकाल को भी याद करना चाहिए और राज्य की जनता को बताना चाहिए कि साल 1990 से लेकर 2005 तक बिहार का क्या हाल था? किस तरह उद्योग धंधे चैपट थे, रोजगार चैपट था, उद्योगपति डर से पलायन कर गए थे और किस तरह लोग शाम होते ही घरों में दुबक जाते थे? तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल तेजस्वी यादव को राज्य की बर्बादी की जो सीख उनके माता-पिता से मिली है उससे आगे वो देख ही नहीं पा रहे। जबकि हकीकत ये है कि आज बिहार देशभर में विकास के मामले में उपर स्थान पर है और जहां लगातार युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिल रहा।