पटना 16 जनवरी 2025

आज अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी), बिहार विद्यापीठ ने राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी एवं एआईसी बिहार विद्यापीठ के चेयरमैन विजय प्रकाश ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने स्टार्टअप्स के सामाजिक-आर्थिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संधारणीय विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने, गरीबी उन्मूलन, प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने और आर्थिक प्रगति के लिए विश्वस्तरीय स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना अत्यंत आवश्यक है।

उन्होंने भारत की उद्यमिता की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा कि एक समय भारत उद्यमिता में सर्वोच्च स्थान पर था। आज स्टार्टअप्स ने हर क्षेत्र में नवाचार किया है, और भारत इस क्षेत्र में विश्व में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा, “स्टार्टअप्स तभी संधारणीय होंगे जब वे हमारी जीवनशैली का हिस्सा बनें। आज राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के अवसर पर हमें इस दिशा में संकल्प लेना होगा।” एआईसी के सीईओ प्रमोद कुमार कर्ण ने स्वागत भाषण में स्टार्टअप क्षेत्र के वर्तमान परिदृश्य और एआईसी बिहार विद्यापीठ की पंचवर्षीय यात्रा की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने एआईसी द्वारा प्रदान किए गए सीड फंड और अकादमिक इनपुट का उल्लेख करते हुए स्टार्टअप्स को दिए गए सहयोग का विवरण साझा किया।

बिहार विद्यापीठ के सचिव एवं एआईसी के निदेशक डॉ. राणा अवधेश ने बिहार विद्यापीठ की स्थापना के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए महात्मा गांधी, मौलाना मजहर-उल-हक, श्री ब्रजकिशोर प्रसाद, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की स्वावलंबन शिक्षा पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बिहार विद्यापीठ की स्वावलंबन की संस्कृति स्टार्टअप्स के विकास के लिए सकारात्मक वातावरण प्रदान करती है। कार्यक्रम में मिथिंगा वेस्ट मैनेजमेंट, अजन्ता डेयरी, एम क्लिनिक हेल्थ टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नहुष फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, और काग्नोस्मेड लैबोरेट्रीज जैसे प्रतिष्ठित स्टार्टअप्स ने भाग लिया। इन स्टार्टअप्स ने अपनी चुनौतियां और सफलता की कहानियां साझा कीं। विजय प्रकाश ने उनकी समस्याओं का समाधान सुझाते हुए प्रेरक विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान एचडीएफसी परिवर्तन और एसबीआई फाउंडेशन ने स्टार्टअप्स के लिए सीड फंड की घोषणा की। साथ ही, कवार एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और एआईसी बिहार विद्यापीठ के बीच को-शेयरिंग स्पेस के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।

इस अवसर पर कौशल विकास निदेशक डॉ. नीरज सिन्हा, संयुक्त सचिव अवधेश नारायण, देशरत्न राजेंद्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राध्यापक और प्रशिक्षणार्थीगण की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजेश कुमार और प्रेरणा पायल की भूमिका सराहनीय रही। आयोजन का समापन सभी स्टार्टअप्स और नवोदित उद्यमियों को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस की शुभकामनाओं के साथ हुआ। इस आयोजन ने स्टार्टअप समुदाय को नई दिशा, ऊर्जा, और मजबूत नेटवर्किंग का अवसर प्रदान किया।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published.