पटना,28 जनवरी 2023
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज समाधान यात्रा के क्रम में खगड़िया जिले की जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। जिला योजना सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में जीविका दीदियों ने हिस्सा लिया। संवाद कार्यक्रम में जीविका समूह के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 5 जीविका दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। सभी ने जीविका समूह से जुड़ने के बाद अपने जीवन स्तर में आये बदलाव को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान जीविका दीदियों से मिलने और उन्हें सुनने का मौका मिला है। मुझे इस बात की खुशी है । हमारा उद्देश्य है कि सभी जगह घूमकर देखें, जो योजनाएं चलाई जा रही हैं उसका लाभ लोगों को कितना मिल रहा है और क्या किए जाने की जरूरत है। लोगों की क्या समस्याएं हैं, उसे जानने निकले हैं और उसके समाधान के लिए अधिकारियों को कह रहे हैं। आपसे संवाद के दौरान आपके द्वारा किए जा रहे कई अच्छे कार्यों की जानकारी मिली है। उससे आपके परिवार और समाज में जो बदलाव हो रहा है उसकी जानकारी भी आपने दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में लड़कियों और महिलाओं का काफी महत्व है। आप सभी दहेज प्रथा के खिलाफ निरंतर अभियान चलाते रहिये। दहेज का लेन-देन करने वालों की शादी में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष की उम्र में लड़की की, जबकि 21 वर्ष की उम्र में लड़के की शादी होनी चाहिये। आप सभी अपने काम के साथ-साथ बाल विवाह के विरुद्ध अभियान भी चलाते रहिये। एक सर्वे में यह बात सामने आई थी कि पति-पत्नी में यदि पत्नी मैट्रिक पास है तो देश में औसत प्रजनन दर 2 है और बिहार का भी 2 है। यदि पत्नी इंटर पास है तो देश का औसत प्रजनन दर 1.7 और बिहार का 1.6 है। पहले बिहार का औसत प्रजनन दर 4.3 था जो अब घटकर 2.9 पर पहुंच गया है। लड़कियों के शिक्षित होने से राज्य का प्रजनन दर घटा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के लिए काफी काम किया है। लड़कियों के लिए साइकिल और पोशाक योजना की शुरूआत की गई। सभी लड़कियां पढ़ने लगीं । लड़कियां साइकिल से स्कूल जाती हैं तो यह दृश्य देखकर अच्छा लगता है। साथ ही साइकिल से अपने मां-पिताजी को भी लेकर बाहर जाती हैं तो उन्हें भी अच्छा महसूस होता है। गरीब-गुरबा के उत्थान के लिए कई काम किए गए हैं। केंद्र में जब हम सांसद थे, उस समय पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय चुनावों में महिलाओं को कम से कम एक तिहाई आरक्षण देने के लिए जो कमिटी बनी थी, उसमें हम भी सदस्य थे। बिहार में सरकार में आने के बाद पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। वर्ष 2013 में महिलाओं को पुलिस की बहाली में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। बिहार में 28 हजार से ज्यादा महिलाएं पुलिस में हैं। इतनी संख्या में महिलाएं दूसरे राज्यों में भी नहीं हैं। लड़कियों को सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। हमलोग चाहते हैं कि सभी का उत्थान हो। बिहार आगे बढ़े। जीविका दीदी अस्पतालों में दीदी की रसोई के माध्यम से लोगों को अच्छा भोजन करा रही हैं और जीविका दीदी कई और काम भी बेहतर ढंग से कर रही हैं। हमलोग उनके लिए और काम बढ़ा रहे हैं। अस्पतालों में सतरंगी चादर, पोशाक आदि का निर्माण भी जीविका दीदियां करेंगी। हमलोग चाहते हैं कि जीविका दीदियों की आमदनी और बढ़े। आप सभी अपने बच्चों को पढ़ायें। हमें पूरा भरोसा है कि आपके प्रयास और मेहनत से समाज में सुधार होगा, बच्चे शिक्षित होंगे तो समाज और आगे बढ़ेगा। हमलोग आपलोगों को बढ़ाना चाहते हैं। बिहार की महिलाओं को आगे बढ़ाना चाहते हैं। आपलोग अच्छे ढंग से काम कीजिए। आपलोगों को आगे बढ़ाने के लिए हमसे जो भी संभव होगा हम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने वर्ष 2006 में जीविका समूह का गठन किया। उस समय केंद्र सरकार के मंत्री ने आकर जीविका समूह के कामों को देखा और पूरे देश में इसका नामकरण ‘आजीविका किया यानी जीविका पूरे देश में आ जाए। जीविका से ही आजीविका बना है। इसको आपलोग याद रखिएगा। उन्होंने कहा कि जीविका समूह से एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा महिलायें जुड़ गई हैं। 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ है। जीविका दीदियों की ट्रेनिंग का इंतजाम कराया गया। अभी संवाद के दौरान जीविका दीदियों ने बताया कि उन्हें इससे कितना फायदा हो रहा है। पहले महिलाएं बोल नहीं पाती थीं और अब कितने अच्छे ढंग से आगे बढ़कर अपनी बातें रख रही हैं और परिवार को भी आगे बढ़ा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 के जुलाई महीने में जीविका समूह की एक बैठक में महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गई। शराब पीना बुरी बात है। इसके संबंध में हमने बुकलेट भी छपवाई है और इसे घर-घर पहुंचाया गया है। आपलोग इसे सभी को बताएं और लोगों को जागरूक करें। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब पीने से होने वाली बीमारी के बारे में 2018 में सर्वे की रिपोर्ट प्रकाशित की। इसमें बताया कि पूरे एक वर्ष में 30 लाख लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें 5.3 प्रतिशत मौत शराब पीने से हुई। 20 से 39 आयु वर्ग के लोगों में 13.5 प्रतिशत लोगों की मृत्यु शराब पीने के कारण होती है। जितने आत्महत्या के मामले आते हैं उनमें 18 प्रतिशत आत्महत्या शराब पीने के कारण होती हैं। शराब पीने के कारण 27 प्रतिशत सड़क दुर्घटना होती है। शराब पीने से 200 प्रकार की गंभीर बीमारी भी होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई थी और उस दौरान बापू ने कहा था कि शराब न सिर्फ आदमियों का पैसा छीन लेती है बल्कि बुद्धि भी हर लेती है। शराब पीने वाला व्यक्ति हैवान हो जाता है। सभी जीविका दीदियां लोगों को समझाएं और जहां भी जाएं सभी लोगों को बुकलेट दें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में सर्वे कराया तो पता चला कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। फिर सर्वे कराने के लिए कहा है जिसमें और बातें सामने आएंगी जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। शराब पीओगे तो मरोगे। सभी लोग इससे सतर्क हो जाएं। किसी जाति, किसी धर्म के हों सभी आपस में मिल-जुलकर रहें। एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखें। इससे समाज, परिवार और देश आगे बढ़ेगा संवाद कार्यक्रम में जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न और पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने 3,422 स्वयं सहायता समूह को 40 करोड़ 19 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
संवाद कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण विभाग के मंत्री सह खगड़िया जिले के प्रभारी मंत्री मदन सहनी, सांसद महबूब अली कैसर, विधायक डॉ० संजीव कुमार, विधायक रामवृक्ष सदा, विधायक मो० युसूफ सलाउद्दीन, पूर्व विधायक पूनम यादव, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर०एस० भट्ठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह मिशन निदेशक जल-जीवन-हरियाली अभियान राहुल कुमार, आयुक्त मुंगेर प्रमंडल संजय कुमार सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक बेगूसराय प्रक्षेत्र बाबू राम, जिलाधिकारी खगड़िया आलोक रंजन घोष, पुलिस अधीक्षक खगड़िया अमितेश कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं जीविका दीदियां उपस्थित थीं ।