नई दिल्ली ,9 नवंबर 2022
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में बुधवार को सुबह 10:00 बजे आयोजित एक समारोह में, न्यायमूर्ति डॉ धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण किया। उन्होंने राष्ट्रपति के समक्ष पद की शपथ ली।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। उन्होंने न्यायमूर्ति यू0 यू0 ललित का स्थान लिया है, जो मंगलवार 8 नवंबर को सेवा निवृत्त हो गए।

1959 में जन्मे, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की थी और अमरीका के हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री तथा न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्हें 13 मई 2016 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। इससे पहले उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया था।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि आम नागरिकों की सेवा करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार के लिए काम करेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, अमित शाह, राजनाथ सिंह और किरेन रिजिजू सहित कई केंद्रीय मंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति राष्ट्रपति भवन में मौजूद थे।