पटना 16 अप्रैल 2024
बिहार विद्यापीठ के देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में मंगलवार को बीएड और डीएलएड के प्रशिक्षुओं द्वारा विज्ञान उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विज्ञान सीखने-सिखाने की तकनीक पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। विज्ञान आधारित नाटक, विज्ञान आधारित कविता, विज्ञान आधारित गीत, विज्ञान विषयों पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष, श्री विजय प्रकाश, भा.प्र.से.,(से.नि.) ने अपने संबोधन कहा कि विज्ञान कथा, विज्ञान कविता, खिलौने का विज्ञान, रोबोटिक, थ्री-डी प्रिंटिंग ,खेल का विज्ञान, परियोजना आधारित शिक्षण, पद्धति के माध्यम से हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
परियोजना पद्धति में विद्यार्थी स्वयं कर के विज्ञान और उसकी प्रौद्योगिकी को सीखते हैं। साथ ही यह अभ्यास विद्यार्थियों में वैज्ञानिक बनने की संभावनाओं का द्वार खोलती है। इससे स्वरोजगार हासिल करने और स्वावलंबी की षिक्षा भी मिलती है। उन्होंने विद्यालयों से ही विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी पर सामान्य रुप से जोड़ देने की जरुरत पर बल दिया।
श्री विजय प्रकाश, डॉ मृदुला प्रकाश, डॉ. पूनम वर्मा एवं श्री प्रमोद कुमार कर्ण द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। डॉ. पूनम वर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विज्ञान उत्सव की आयोजन की अवधारणा से अवगत कराया। प्रषिक्षुओं बेबी, माधुरी, ईषिका खुषी द्वारा सामुहिक नृत्य किया गया। महाविद्यालय में विज्ञान आधरित विभिन्न विषयों पर प्रषिक्षुओं द्वारा प्रदर्ष बनाकर प्रदर्षनी लगायी गयी।
कुमारी रिया एवं अन्य प्रषिक्षुओं द्वारा संतुलित आहार पर एक आकर्षक विज्ञान नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें सभी भोज्य पदार्थ में पाए जाने वाले पोषक तत्वों से सहजता से परिचय कराया। नया है अम्बर, नई धरा है विज्ञान कविता का सस्वर पाठ आषिष ने किया। धन्य है वो वैज्ञानिक परहित में जो काम करें बोल से गीत का संगीतमय प्रस्तुति रौषन हरि किषोर एवं अन्य प्रषिक्षुओं द्वारा सामूहिक रूप से किया गया। महाविद्यालय में विज्ञान विषय पर आधारित निबंध प्रतियोगिता 28 मार्च 2024 को आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता में प्रथम शिखा कुमारी, द्वितीय वंशा सिंह, तृतीय आभा रानी एवं सांत्वाना पुरस्कार निशु गुप्ता और खुशबू रानी को पुरस्कार, श्री विजय प्रकाष, अध्यक्ष, श्री प्रमोद कर्ण, सी.ओ.ओ, श्री विवेक रंजन, वितमंत्री के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का प्रतिवेदन लेखन अवधेष के. नारायण और स्वीटी सिंह के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षु शिखा कुमारी, प्राध्यापक चन्द्रकान्त आर्य ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रशिक्षु विकास कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी व्यक्तियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।