गुमला,18 जनवरी 2023

बुधवार को गुमला के  बिशुनपुर स्थित विकास भारती में संसदीय संकुल विकास परियोजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 200 जनजातीय महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरण किया गया। प्रमाण पत्र वितरण समारोह का उद्घाटन जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा , केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार राजीव चंद्रशेखर, सांसद सांसद समीर उरांव व  सुदर्शन भगत और विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने दीप प्रज्वलन कर किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और निर्देशन में यह प्रशिक्षण चल रहा है । जिसके तहत यहां 200 जनजातीय महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। और अब तक पूरे देश में पांच करोड़ लोगों को स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा चुका है। आपने देखा है यहां कितने मनोयोग से युवतियों ने प्रशिक्षण पूरा किया है अब आगे इन्हें बैंक और एनएसडीसी किस तरह से आगे बढ़ाता है ताकि अपने आप को समृद्ध बना सके दूसरों को काम दे सके और उदाहरण बन सके समाज में।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि इसी तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से हमारे यहां के युवा युवतियों का पलायन रुकेगा और वे समाज और देश की समृद्धि के लिए के लिए एक मजबूत कड़ी की तरह काम करेंगे

इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली जनजाति युवतियों का उत्साहवर्धन करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि  इस अमृत काल  में भारतको  5 ट्रिलियन डॉलर के इकोनामी वाला देश बने और इसके लिए ज़रूरी है की  स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के  विकास के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्पादन बढ़ावे और स्वयं सम्मिलित होकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें।

विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि जितनी सफलता के साथ इस प्रशिक्षण को पूरा किया गया है उतना ही मनोयोग से हम इसका फॉलोअप भी करेंगे ताकि इस प्रशिक्षण का शत-प्रतिशत सफलता स्तर पर दिखाई दे ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना एवं दूरदर्शिता के अनुरूप देश के विकास में जनजातीय समुदाय की भागीदारी को सुनिश्चित करने हेतु विकास एवं उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है और इसके लिए चरण का शिक्षण की जिम्मेदारी विकास भारती को दी गई थी जिसके तहत यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली युवतियों को सिलाई और कढ़ाई के साथ आइटीआर ई गवर्नेंस औषधीय पौधों के उत्पादन एवं प्रसंस्करण और खाद्य प्रसंस्करण शिक्षण दिया गया ।

कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए राजसभा सांसद समीर उरांव ने कहा कि जनजातीय युवाओं के पलायन से ना सिर्फ अपने परिवार  को छोड़ना पड़ता है बल्कि उनके रहन-सहन खानपान संस्कार में भी काफी बदलाव आता है जो उनकी सांस्कृतिक पहचान के लिए बहुत बड़ा खतरा है। जनजातीय युवाओं में काफी क्षमता है , इनको मार्गदर्शन और अवसर देने की जरूरत है ।
संसदीय संकुल परियोजना  व जनता पार्टी के संगठक के बी सतीश ने कहा कि आत्मनिर्भर गांव से विकास का मूल उद्देश्य स्थानीयता की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करना और सिर्फ समृद्ध करना मुख्य उद्देश्य है।

प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली युवतियों ने  भी अपने अनुभव साझा करते हुए सरकार के प्रयासों की सराहना की । इस कार्यक्रम में सांसद सुदर्शन भगत , कौशल विकास निगम के सीईओ वेद मणि तिवारी , नाबार्ड के सीजेएम ,  पूर्व विधायक शिव शंकर उरांव सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।

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