पटना, 18 जनवरी 2025
जद (यू0) प्रदेश प्रवक्ता डाॅ0 निहोरा प्रसाद यादव ने मीडिया में जारी बयान में कहा कि राहुल गांधी का बिहार में कराए गए जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट को फर्जी बताना दलितों, पिछड़ों का घोर अपमान है। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनका बयान ये साबित करता है कि इनके भाषण और व्यवहार में अंतर है और ये घोर दलित, पिछड़ा विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार में जाति आधारित सर्वे कराकर ऐतिहासिक काम किया है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो काम सालों पहले कांग्रेस को करना चाहिए वो काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने कराने का काम किया है। दलित और पिछड़ा विरोधी कांग्रेस को इतनी हिम्मत नहीं हुई की कर्नाटक में सर्वे कराकर उसने आजतक उसकी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं करवायी जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जाति आधारित सर्वे का काम सफलतापूर्वक कराकर आबादी के अनुरूप जरुरतमंदों को आरक्षण की सीमा को बढ़ाने का भी काम किया।
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनमें राजनीतिक समझ का घोर अभाव है और वो महज मीडिया में सुर्खिया पाने के लिए अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं और यही कारण है कि देशभर में उनकी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता।
इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी से अहम सवाल पूछे:-
1.राहुल गांधी का बिहार में जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट को फर्जी बताना क्या कांग्रेस के घोर दलित, पिछड़ा विरोधी चेहरे को नहीं दर्शाता है?
2.क्या ये सही नहीं है कि बिहार में जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसका समर्थन किया था और आबादी के अनुरूप भागीदारी बढ़ाने की बात कही थी?
3.बिहार में जाति आधारित सर्वे को फर्जी बताने वाले राहुल गांधी ये बताएं कि इसको लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठकों में कांग्रेस के नेताओं ने क्या हिस्सा नहीं लिया था?
4.क्या ये सही नहीं है कि कांग्रेस ने हमेशा से दलितों, पिछड़ों की हकमारी की और काका कालेलकर आयोग की सिफारिशों को लागू करने का काम नहीं किया?
5.क्या ये सही नहीं है कि समाज के कमजोर वर्गों को आरक्षण देने की मंडल कमीशन की रिपोर्ट को कांग्रेस ने दबाने की कोशिश की?