पटना 23 मई 2025
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पटना परिसर में बाउंड्री वाल, सड़क निर्माण एवं नाला का शिलान्यास किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय विधायक संजीव चौरसिया ने की। स्वास्थ्य मंत्री श्री पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि आईजीआईएमएस में कुल 701 करोड़ की निर्माण योजनाएं इस वर्ष के अंत तक पूर्ण कर ली जाएंगी। वहीं 300 करोड़ की नई योजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है, जिनकी शुरुआत इस वर्ष सुनिश्चित की जाएगी। शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान संस्थान परिसर में आधुनिक आर.सी.सी. चहारदीवारी, सुदृढ़ सड़क, नाला, और अंडरग्राउंड केवल ट्रेंच जैसी बुनियादी संरचनाओं का षिलान्यास किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केवल शहरी संस्थानों का विकास नहीं हुआ है, बल्कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुदूर गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक में स्वास्थ्य सेवाओं को आधुनिक और सुलभ बनाने का कार्य लगातार किया जा रहा है।

श्री पांडेय ने कहा कि लगभग 1470 मीटर लंबी व 10 फीट ऊंची इस नई बाउंड्री वॉल पर चार वॉच टावर बनाए जाएंगे और इसके साथ 6 मीटर चौड़ी सड़क तथा दो ट्रेन (सीवरेज व पानी निकासी के लिए) का निर्माण भी किया जाएगा। इस पूरी परियोजना की लागत 16 करोड़ होगी। जून के पहले सप्ताह में आधुनिक फिजियोथेरेपी मशीनों का लोकार्पण होगा। इसके साथ ही जून माह में बच्चों के लिए विशेष कैंसर वार्ड, दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 24 नई डायलिसिस मशीनें और 20 बेड की क्रिटिकल केयर मेडिसिन इकाई का भी शुभारंभ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले चार महीनों में 800 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और हेल्थ सब सेंटर के लिए निर्माण का आदेष दिया गया है और खुद मैनें 20 दिनों में 400 से अधिक ग्रामीण अस्पतालों का उद्घाटन व शिलान्यास किया है। अब बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल रही है। पहले जो राज्य स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न मानकों में सबसे नीचे गिना जाता था, अब विभिन्न स्वास्थ्य मानकों पर शीर्ष स्थानों पर दिखता है।
श्री पांडेय ने कहा कि आईजीआईएमएस में 701 करोड़ की लागत से दो नए अस्पताल भवनों (1200 बेड और 500बेड क्षमता वाले)े एवं बाउंड्री वाल, सड़क निर्माण एवं नाला निर्माण कार्य चल रहा है। 500 बेड वाले अस्पताल के दो ब्लॉकों का उद्घाटन हो चुका है और दो अन्य ब्लॉकों का उद्घाटन अगले तीन महीनों में होगा। वहीं 1200 बेड अस्पताल के पहले कुछ ब्लॉकों का लोकार्पण शीघ्र हो जाएगा। संस्थान की बढ़ती ज़रूरतों को देखते हुए 75 करोड़ की लागत से मल्टी-लेवल कार पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मेडिकल शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 96.26 करोड़ की लागत से नया लेक्चर थिएटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स भी तैयार किया जाएगा। छात्रों के लिए 100-100 बेड वाले नए बॉयज और गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण भी प्रस्तावित है जिसकी कुल लागत 18.45 करोड़ होगी। इस संस्थान को डेंटल रिसर्च और एजुकेशन का राष्ट्रीय केंद्र बनाने के उद्देश्य से पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च की स्थापना की जाएगी, जिसकी अनुमानित लागत 91.70 करोड़ है। यह संस्थान 20291 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में आठ मंजिला होगा और पूर्वाेत्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थान बनने की दिशा में कदम होगा।

इस कार्यक्रम धर्मेंद्र कुमार, प्रबंध निदेशक, बीएमएसआईसीएल, अमिताभ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव, डॉ बिन्दे कुमार, निदेशक, आईजीआईएमएस, डॉ मनीष मंडल, अधीक्षक, आईजीआईएमएस के साथ स्वास्थ्य विभाग और आईजीआईएमएस के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।