पटना 11 सितम्बर 2025


केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज पटना के बापू सभागार में बिहार आइडिया फेस्टिवल में भाग लिया। इस अवसर पर वे राज्य के उद्योग मंत्री नितीश मिश्रा के साथ थे। उन्होंने एपीईडीए कार्यालय भवन का उद्घाटन किया और मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत उभरते उद्यमियों को मौद्रिक लाभ हस्तांतरित किए। अपने संबोधन में श्री गोयल ने प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने पर जोर दिया, जिसमें पूर्वी भारत को भारत की विकास गाथा में एकीकृत करना शामिल है। उन्होंने बिहार के निरंतर विकास और राज्य के उद्यमी युवाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी को विकसित भारत 2047 की राह में एकीकृत होना चाहिए।

श्री गोयल ने बिहार सरकार को बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025 के लिए बधाई दी। इस व्यापक पैकेज के तहत छोटे और मध्यम उद्योगों को सभी प्रकार की सहायता मिलेगी। उन्होंने बिहार में 4 औद्योगिक पार्क स्थापित करने पर विचार किए जाने की जानकारी दी, जो छोटे उद्योगों और अन्य विभिन्न प्रकार के उद्योगों को बढ़ावा देंगे।

उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को उनके विचारों के लिए बधाई दी और विभिन्न विचारों का स्वागत एवं प्रोत्साहन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स के माध्यम से रोजगार प्रदान करना सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने एसआईडीबीआई के माध्यम से व्यवसायों को सभी प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया।

श्री गोयल ने ब्लॉक स्तर पर स्थानीय उत्पादों को समर्थन देने की नीति की सराहना की और मखाना का उदाहरण देते हुए बताया कि यह दुनिया के विभिन्न देशों में निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण से कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्धन होगा, जो समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाएगा और बिहार की ब्रांडिंग करेगा। एपीईडीए कार्यालय के उद्घाटन से बिहार से निर्यात को और बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि 10 साल पहले बिहार में केवल 1 पंजीकृत स्टार्टअप था, जबकि आज लगभग 4000 स्टार्टअप्स हैं। बिहार में गुणवत्ता वाली सड़कों, रेल नेटवर्क और जलमार्गों के रूप में बुनियादी ढांचे का विकास स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

श्री गोयल ने आयुष्मान भारत योजना से स्वास्थ्य लाभ, डिजिटल इंडिया मिशन से पूरे राज्य में इंटरनेट नेटवर्क के विस्तार और पीएम किसान सम्मान निधि से सीधे लाभ हस्तांतरण का उल्लेख किया। हाल की जीएसटी दरों में परिवर्तन से दैनिक उपयोग की विभिन्न वस्तुओं की लागत में कमी आएगी, जिससे जीवन की सुगमता बढ़ेगी।

उन्होंने बिहार की संस्कृति और इतिहास की समृद्धि पर प्रकाश डाला, जो भारत का गौरव है। वेदों और रामायण में अंग, मगध जैसे स्थानों का उल्लेख है। उन्होंने चाणक्य की नीति, महावीर की तपस्या और बुद्ध के अवतार का जिक्र करते हुए कहा कि यह भूमि ऐसी है।

अंत में, उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों को बधाई दी, जिनके नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत आज आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है, जो विकसित भारत 2047 की प्रतिज्ञा को पूरा करेगा।

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