नई दिल्ली, 10 अप्रैल 2023
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है।राष्ट्रीयपार्टी का दर्जा मिलने से पार्टी कार्यकर्ताओं में ख़ुशी का माहौल है। पार्टी कार्यकर्ता एक दूसरे बधाइयाँ देते नजर आये। पार्टी कार्यकर्ता पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर भी काफी खुश हैं क्योंकि आम आदमी पार्टी का चुनाव चिह्न झाड़ू जारी रहेगा। 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलना पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

वहीँ एनसीपी,तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई को बड़ा झटका लगा है।मीडिया सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार शरद पवार की पार्टी एनसीपी ,ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी और सीपीआई को राष्ट्रीय स्तर की पार्टी होने का दर्जा गवाना पड़ा है।
बताया जा रहा है कि पूर्वोत्तर के राज्यों में हुई हार के बाद एनसीपी से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है।
इसके अलावा निर्वाचन आयोग ने क्षेत्रीय दलों में भारत राष्ट्र समिति (BRS) से आंध्र प्रदेश में और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से UP में क्षेत्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया है।
बताते चलें कि आयोग ही मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक दलों के स्टेटस की समीक्षा करता है, जो सिंबल ऑर्डर 1968 के तहत एक सतत प्रक्रिया है. साल 2019 से अब तक चुनाव आयोग ने 16 राजनीतिक दलों के स्टेटस को अपग्रेड किया है और 9 राष्ट्रीय/राज्य राजनीतिक दलों के करंट स्टेटस को वापस लिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक इन दलों को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया था लेकिन ये दल उतना परिणाम नहीं ला पाए इसलिए यह दर्जा वापस लिया गया है। इन्हें 2 संसदीय चुनावों और 21 राज्य विधानसभा चुनावों के पर्याप्त मौके दिए गए थे. इसके बाद इन दलों के प्रदर्शन को रिव्यू किया गया और फिर राष्ट्रीय राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया। सूत्रों कि माने तो ये पार्टियां पुनः राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कर सकती है ,लेकिन उन्हें आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने होंगे।
बताया जा रहा है कि बीजेपी, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और आप अब राष्ट्रीय दल हैं। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास पासवान) को नागालैंड में राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा मिला है। तृणमूल कांग्रेस का बंगाल और त्रिपुरा में राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा जारी रहेगा। टिपरा मोथा पार्टी को त्रिपुरा में एक राज्य पार्टी के रूप में मान्यता मिली है।
बताते चलें कि राष्ट्रीय स्तर की पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए राजनीतिक दलों को कई शर्तो को पूरा करना होता है। जो कोई भी पार्टी उन शर्तों को पूरा करती है तो इलेक्शन कमीशन (EC) उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा देता है।
ये शर्ते निम्न हैं
अगर किसी दल को 4 राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा प्राप्त है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है.
अगर कोई दल 3 राज्यों को मिलाकर लोकसभा की 3 फीसदी सीटें जीतती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है.
अगर कोई पार्टी 4 लोकसभा सीटों के अलावा लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव में 4 राज्यों में 6 फीसदी वोट हासिल करती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी माना जाता है।
अगर कोई भी पार्टी इन तीनों शर्तों में से किसी एक शर्त को पूरा करती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाता है।
राष्ट्रीय पार्टी को विशिष्ट चुनाव चिन्ह का आवंटन किया जाता है। राष्ट्रीय पार्टी के चुनाव चिन्ह को पूरे देश में किसी अन्य पार्टी के द्वारा प्रयोग नहीं किय जा सकता है। मान्यता प्राप्त राज्य और राष्ट्रीय' दलों को नामांकन दाखिल करने के लिए केवल एक प्रस्तावक की आवश्यकता होती है। मान्यता प्राप्त
राज्य ‘और` राष्ट्रीय’ दलों को चुनाव आयोग की तरफ से (मतदाता सूची के संशोधन की दशा में) मतदाता सूची के दो सेट मुफ्त में दिए जाते हैं। स्टार प्रचारकों का यात्रा खर्च उनकी पार्टी के उम्मीदवारों के चुनाव खर्च के हिसाब में नहीं जोड़ा जाता है।