पटना ,बुधवार 16 नवंबर 2022
12 नवम्बर 2022 को बिहार विद्यापीठ में देशरत्न राजेंद्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय तथा अटल इनक्यूबेशन सेंटर बिहार विद्यापीठ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अंतररास्ट्रीय वेबिनार का सफलतापूर्वक समापन किया गया |
इस वेबीनार में उद्घाटन कर्ता के रूप में विजय प्रकाश भा. प्र. से.(से.नि.) अध्यक्ष बिहार विद्यापीठ सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी एआईसी बी.वी. फाउंडेशन, डॉ. राकेश कुमार सिंह, हेड नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर, कुलसचिव आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना, डॉ. कपिला श्रेष्ठा, यूनाइटेड किंगडम, डॉ. नरेंद्र सिंह थगुना, त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल, डॉ पी के सिंह (सेवानिवृत्त) पटना मेडिकल कॉलेज, पटना, बिहार विद्यापीठ के सचिव, डॉ राणा अवधेश कुमार, बिहार विद्यापीठ के निदेशक, डॉ. मृदुला प्रकाश ने भाग लिया|
आज के वेबिनार के विषय विशेषज्ञ डॉक्टर कपिला श्रेष्ठा, एमबीबीएस, डी.जी.ओ., डी.आर.सी.जी, सर्टिफिकेट इन डायबिटीज, एम.आर.सी.जी.पी. जीपी विद स्पेशल इंटरेस्ट इन सेक्सुअल हेल्थ, जीपी ट्यूटर लेनकास्टर मेडिकल स्कूल यूनाइटेड किंगडम ने विभिन्न डेटा के माध्यम से यह बताया की मानसिक स्वास्थ्य खराब होने की वजह से भारत में 2021 में लगभग 164033 लोगों ने आत्महत्या की तथा वैश्विक स्तर पर मानसिक अस्वस्थता के कारण अनाथ लोगों ने आत्महत्या की है।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ प्रमोद कुमार सिंह सेवानिवृत्त प्रोफेसर तथा साइकेएटरी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष ने सामाजिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य के बारे में प्रकाश डाला तथा समग्र स्वास्थ्य के अंतर्गत पोषण एवं अच्छा भोजन मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया साथ ही मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए आध्यात्म को ही महत्वपूर्ण बताया।
बिहार विद्यापीठ के सचिव डॉ राणा अवधेश कुमार ने बताया की अगर किसी व्यक्ति को मानसिक रूप से स स्वस्थ रखना है तो बाल्यावस्था में ही ध्यान देने की आवश्यकता है।
बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का अनुभव साझा किया।
महाविद्यालय कि प्राचार्य डॉ. पूनम वर्मा ने सभी को बधाई दी। इस वेबीनार के समन्वयक सहायक प्राध्यापिका श्रीमती रजनी रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक चंद्रकांत आर्य द्वारा किया गया। तकनीकी सहायक के रूप में सत्य प्रकाश चौधरी एवं प्रेरणा रहे