पटना 24 जून 2024
सोमवार 24 जून को बिहार आर्थिक अध्ययन संस्थान, पटना द्वारा बिहार की पीड़ा से जुड़िए अभियान के अन्तर्गत जनादेश 2024 एवं बिहार का आर्थिक विकास विषय पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन पटना के सभागार में एक परिसंवाद का आयोजन किया गया।
इस आयोजन की अध्यक्षता डॉ संजीव मिश्र अध्यक्ष, बिहार आर्थिक अध्ययन संस्थान, पटना ने किया । सर्व प्रथम संस्थान के निदेशक डॉ प्यारे लाल ने आगत अतिथियों का स्वागत किया और विषय प्रवेश करते हुए परिसंवाद की महत्ता पर प्रकाश डाला।
डॉ मिश्र ने अपने पिता सह पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके उल्लेखनीय कार्यों से प्रतिभागियों को अवगत कराया और बिहार के विकास को गति प्रदान करने के लिए सम्यक विचार देने के साथ साथ संकल्पित होने की प्रेरणा दी।
डॉ प्रवीण सिन्हा, महासचिव, भारतीय सामाजिक सुरक्षा संघ ने परिसंवाद का विधिवत् शुभारंभ करते हुए जनादेश 2024का बिहार के परिप्रेक्ष्य में विश्लेषणात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए यह एक अवसर है जिसमें राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के सहयोग से बिहार के विकास की गति को तेज कर सकती है। उसके बाद प्रोफेसर डॉ नवल किशोर चौधरी ने डॉ जगन्नाथ मिश्र के सानिध्य में प्राप्त अपने शैक्षणिक एवं राजनीतिक अऩुभवों को साझा किया और डॉ मिश्र की दूरदर्शिता की सराहना की ।
डॉ अजय कुमार बिहार टाइम्स ने बिहार की आवश्यकताओं का सही आकलन करने और आर्थिक विकास की प्राथमिकताओं को चिन्हित करने की आवश्यकता जताई।
मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष श्री विजय प्रकाश ने अपनी प्रस्तुति के क्रम में बिहार के आर्थिक परिदृश्य का सांगोपांग विश्लेषण प्रस्तुत किया। विकास की दिशाओं को इंगित किया और विकास की सम्यक योजना बनाने पर बल दिया ताकि उसका लाभ सभी सही लाभार्थी तक पहुंच सके। उन्होंने अल्ट्रा पूअर को विकास से जोड़ने के लिए विशेष योजना और गांव और टोला आधारित इंनटाइटिलमेंट आधारित योजना की वकालत की।
खुला सत्र में अनेक विद्वान वक्ताओं ने अपने सारगर्भित विचार रखे।
अन्त में संस्थान के अध्यक्ष ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ परिसंवाद की समाप्ति की घोषणा की।