पटना 24 जुलाई 2024
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एवं दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने राज्य में चौकीदारी-दफादारी में पासवान समाज को 80 फीसदी आरक्षण देने सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को पटना में पासवान अधिकार मार्च के प्रदर्शनकारियों पर पटना पुलिस के द्वारा किये गए लाठीचार्ज की निंदा करते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे पासवान समाज पर लाठीचार्ज को बेहद ही दुखद बताया और उन्होंने कहा कि चौकीदारी और दफेदारी पासवान समाज का पुश्तैनी काम रहा है जो अंग्रेजों के जमाने से चलता आ रहा है। राज्य में पहले किसी चौकीदार या दफादार का निधन होता था तो उनके आश्रितों को ही बहाल किया जाता था। बिहार में चौकीदार और दफादार के पद पर बहाली में पासवान जाति को ही प्राथमिकता दी जाती थी।
पशुपति कुमार पारस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह अनुरोध किया है कि राज्य में नये नियम के तहत इस पद पर बहाली निकाला गया है उसे तत्काल रद्द किया जाये और फिर से चौकीदार-दफादार की नौकरी और नियुक्ति में 80 फीसदी आरक्षण देते हुए पुरानी व्यवस्था रखते हुए पासवान समाज के लोगों को मौका दिया जाए क्योंकि यह उनलोगों का परंपरागत पेशा रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने पासवान अधिकार मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों के अन्य प्रमुख मांग मोकामा के चाराडीह में पासवान समाज के तीर्थ स्थल में बाबा चौहरमल के मंदिर एवं स्मारक का निर्माण, पटना में पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान और पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री का प्रतीमा लगाकर स्मारक की स्थापना करने, राज्य में टोला सेवक एवं विकास मित्र की बहाली में पासवान समाज को 65 फीसदी आरक्षण देने सहित अन्य मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने और इन सभी मांगों का पूरा करने का अनुरोध राज्य सरकार से किया है। पशुपति पारस ने कहा कि वे जल्द ही अपनी पार्टी का शिष्टमंडल लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और पासवान समाज के सभी प्रमुख मांगों को पूरा करने का उनसे अनुरोध करेगें।