पटना 09 अगस्त 2024
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार की बेटी ममता मांझी से अपने सरकारी आवास पर मुलाकात की और अंगवस्त्र व मिठाईयां प्रदान कर उन्हें अपने घर जमुई रवाना किया।
दरअसल ममता दो – तीन माह से मानसिक आरोग्यशाला कोईलवर में इलाजरत थी। वो लावारिस अवस्था में सिवान जिले के महाराजगंज के निकट मानसिकरुप से विक्षिप्त स्थिति में पाई गयी थी। उसे पुलिस प्रशासन की मदद से मानसिक अस्पताल कोईलवर में भर्ती करवाया गया था। जहां ईलाज के बाद पूर्णतः स्वस्थ होने पर उनके परिजनों की जानकारी ली गयी और उनसे संपर्क कर पुनः ममता को अपने घर रवाना किया गया। श्री पांडेय ने उनके परिजनों से भी मुलाकात की और आश्वासन दिया कि आगे भी जरुरत पड़ने पर स्वास्थ्य विभाग व चिकित्सकों की टीम हर संभव मदद प्रदान करेगी।
श्री पांडेय ने बताया कि बिहार सरकार का स्वास्थ्य महकमा इस प्रकार की विषम परिस्थितियों से जूझ रहे राज्य के प्रत्येक नागरिक की मदद के लिए आगे रहता है। पहले भी अपने कार्यकाल में हमने मानसिक रोग से ग्रसित लावारिस लोगों की मदद कर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने का कार्य किया है। यह विभाग की परंपरा रही है कि हम ऐसे लोगों की खुलकर मदद करते हैं। बिहार सरकार समाज में हाशिये पर रहने वाले वर्ग का पूरा ख्याल रखती है। हमें अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत ऐसे लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए जो किसी विषम परिस्थिति से गुजर रहे हैं। आज हमें बहुत सुकून की अनुभूति हो रही है। जिस प्रकार से ममता को उनके परिजनों से मिलने का अवसर मिला वो एक भावुक क्षण है।
श्री पांडेय ने कहा कि एक भटकी हुई महिला को बेटी की तरह विदा करने पर मन भावुक है। हम इस पीड़ा को समझ सकते हैं। यदि किसी परिवार का कोई सदस्य खो जाए और पुनः वो मिल जाए। इससे बड़ी खुशी किसी परिवार के लिए और क्या हो सकती है। ममता समाज में अनुसूचित वर्ग से आती है। वो ईंट बनाने का कार्य करती थी। अपने कार्यस्थल से ही किसी प्रकार गुम हो गयी। अब वापस अपने परिजनों से मिलकर प्रसन्न है। यह हमारे विभाग और तमाम चिकित्सकों की टीम की उपलब्धि है।