पटना 16 अगस्त 2024

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि टीबी की जांच को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अगले दो वर्षों का रोडमैप तैयार कर लिया है। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2024-25 के लिए 1 हजार 500 तथा 2025-26 के लिए दो हजार जांच प्रति लाख आबादी पर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए टीबी संभावितों की अधिकतम जांच पर विशेष बल दिया जा रहा है।

श्री पांडेय ने बताया कि राज्य के सभी जिलों के विभिन्न संस्थानों में टीबी जांच की गुणवत्ता पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए पूर्व से 82 सीबी नेट मशीन तथा 37 ट्रू नेट (ड्यूओ) एवं 170 ट्रू नेट (क्वाट्रो) मशीन क्रियाशील हैं। इसके अलावा बीएमएसआईसीएल के माध्यम से 232 ट्रू नेट (क्वाट्रो) का क्रय कर अधिष्ठापन विभिन्न जिलों में किया जा रहा है। इसके अलावे 24 जिलों में चलाए जा रहे पब्लिक प्राइवेट सपोर्ट एजेंसी के माध्यम से उपचार करा रहे रोगियों का ड्रग ससेप्टिविलिटि जांच निःशुल्क की जा रही है।

श्री पांडेय ने कहा कि राज्य में उपलब्ध सीबी नेट और ट्रू नेट मशीनों का उनकी क्षमता के अनुसार उपयोग करने के लिए जिलों के सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है। इसके लिए प्रत्येक मशीन से प्रतिदिन होने वाले टीबी जांच की सूचना एवं जांच के लिए आवश्यक चीप या किट की समीक्षा जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतिदिन किए जाएंगे।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published.