पटना 28 अगस्त 2024
श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट द्वारा दो दिवसीय श्री कृष्ण जन्मोत्सव महोत्सव के दूसरे दिन आज गांधी मैदान में दही हांडी और प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथि के रूप में आईपीएस विकास बैभव ने किया।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दही हांडी फोड़ना भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। दही हांडी के आयोजन में उत्साह और खुशी का माहौल रहता है। इस पर्व का मुख्य आकर्षण “हांडी” को ऊंचाई पर लटकाना और उसे तोड़ने की कोशिश करना होता है। युवा और बच्चे एक मानव श्रृंखला बना कर उस मटके या हांडी को तोड़ने की कोशिश करते हैं। यह पर्व भगवान कृष्ण की उस बाल लीलाओं का प्रतीक है, जब वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर ऊंचाई पर लटके हुए मटके को तोड़ते थे, ताकि माखन और दही को चुराया जा सके।
मीडिया प्रभारी एम पीजैन ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि बिहार के उपमुख्यमंत्री माननीय विजय सिन्हा एवं सम्राट चौधरी को करना था लेकिन, अपरिहार्य कारणों से वे नहीं आ सके।जिसके बाद अतिथि क्र रूप में आईपीएस विकास बैभव ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि दही हांडी भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रतीक है। द्वापर युग से सनातन धर्मावलंबी दही हांडी को उत्सव की तरह मनाते चले आ रहे हैं। दही हांडी पर श्रीकृष्ण के भक्त उनकी वेशभूषा में तैयार होकर दही-माखन से भरी हुई हांडी को ऊंचाई पर लटकाकर इसे मिलकर तोड़ते हैं। दही हांडी का त्योहार श्रीकृष्ण की बचपन बाल लीलाओं को स्मरण करने के लिए मनाया जाता है। जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी का पर्व मनाया जाता है। दही हांडी का पर्व विशेष रूप से कृष्ण भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्व पर्व है। दही हांडी पर बच्चे और किशोर कृष्ण और उनके सखाओं की वेशभूषा धारण करके दही हांडी के उत्सव में भाग लेते हैं। दही हांडी का उत्सव पूरे देश में मनाया जाता है। कुमार ने बताया कि इस दही हांडी प्रतियोगिता में लड़के एवं लड़कियों की नौ – नौ टीमें कुल 18 टीमो ने भाग लिया। अरुण कुमार ने बताया कि आईपीएल की तर्ज पर 18 टीमों ने इस दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लिया। संयोजक मुकेश नंदन ने बताया कि लड़कों की टीम की हांडी 20 फ़ीट ऊंचा एवं लड़कियों की 18 फ़ीट था। महोत्सव संयोजक मनीष सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता तीन राउंड में, क्वालीफाईंग, सेमीफाइनल एवं फाइनल मे आयोजित हुआ।भाग लेने वाली दो टीम में सिर्फ 8 से 10 साल की बच्चियां शामिल रहीं।
लड़कों की टीम ने 20 फीट की ऊंचाई पर मटका फोड़ कर प्रतियोगिता को रोचक बना दिया। वहीं लड़कियों की टीम ने 18 फीट की ऊंचाई पर मटका फोड़ा। लड़कों की टीम के विजेता क्रमशः इस प्रकार है। पहला स्थान : श्री जनार्दन-बलसार आर्मी-एस आई एस ,दूसरा स्थान : श्री संकर्षण-कमांडो-एस आई एस और तीसरा स्थान :यशोदा नंदन- वीर कुंवर सिंह-विशाल सिंह को मिला।
लड़कियों के विजेता क्रमशः इस प्रकार है। पहला स्थान :माखन चोर – एदेना फाउंडेशन(प्रेम कुमार )कलमबाज ( 16 सेकंड ) ,दूसरा स्थान : श्री द्वारकाधीश-घातक (सीमा कुमारी) आर डी ईको ( 22.55 सेकंड ) और तीसरा स्थान :श्री पार्थ-नई धरती (प्रतिमा) आई पी एफ (35 सेकंड) को मिला।