पटना 4 सितम्बर 2024
ज्योर्तिमठ, बद्रिकाश्रम के जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज 24 को अयोध्या से पटना आएंगे। यह जानकारी दादी मंदिर में आयोजित प्रेस वार्ता में यात्रा के संयोजक ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने पत्रकारों को दी। गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के तहत गौ ध्वज स्थापना अभियान के लिए शंकराचार्य 22 को अयोध्या से भारत यात्रा पर निकल रहे हैं।
इस कड़ी में लखनऊ के बाद उनका प्रवास 24 सितंबर को पटना में होगा। उनकी यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शंकराचार्य के प्रतिनिधि एवं यात्रा के संयोजक ब्रह्मचारी मुकुंदानंद बुधवार को पटना पहुंचे। 26 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान में वे देश के 37 राज्यों की राजधानियों तक जाएंगे और वहां गौ ध्वज की स्थापना करेंगे। गौ ध्वज स्थापना की भारत यात्रा के बाद दिल्ली में गोपाष्टमी पर 7, 8 और 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गौ प्रतिष्ठा महासम्मेलन आयोजित होगा। यात्रा का उद्देश्य गाय को राज्य सूची से हटाकर केंद्रीय सूची में शामिल कराना है।
शंकराचार्य के प्रतिनिधि ब्रह्मचारी मुकंदानंद ने बुधवार को पटना के अमर प्रेम भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी। मुकुंदानंद ने कहा कि सनातन धर्म में वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त धर्म शास्त्रों में गो की महिमा बताई गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है, यही सनातन धर्मी हिंदुओ की पवित्र भावना है, आस्था है। इसी धार्मिक आस्था हेतु संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केंद्रीय सूची में डालकर गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने तथा गौहत्या मुक्त भारत बनाने के लिए संपूर्ण भारत में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन चलाया जा रहा है। गौ प्रतिष्ठा के इस अभियान को प्रज्वलित करनेके लिए ज्योर्तिमठ के जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज जी ने इस आंदोलन का निर्देशन कर रहे है। उन्होंने 14 मार्च से लेकर 28 मार्च 2024 तक नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से दिल्ली तक भी की ।
जगद्गुरू ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी ने इस संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित भी किया है। ब्रह्मचारी मुकंदानंद ने बताया कि गो प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक पूज्य गोपाल मणि जी महाराज भी पूरे समर्पण और शक्ति के साथ यात्रा की सफलता हेतु प्राण-प्रण से शंकराचार्य जी के साथ हर कदम में साथ रहेंगे। प्रत्येक राज्य की राजधानियों में विशाल गो प्रतिष्ठा सम्मेलन का दिव्य भव्य आयोजन होगा।
इसकी शुरुआत गोरक्षक, गोभक्त भगवान श्रीराम जी की राजधानी अयोध्या से होगा। यहां से यह पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में होगी। पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्य जी द्वारा समस्त भारत के प्रखर गोभक्तो को सम्मानित भी किया जाएगा। गो ध्वज स्थापना पद यात्रा का सूत्रवाक्य है : गौ माता, राष्ट्र माता – राष्ट्र माता, भारत माता । प्रेस वार्ता में पदयात्रा कार्यक्रम के बिहार संयोजक पंकज मालवीय, शक्तिधाम में मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल, अक्षय अग्रवाल, गोपाल मोदी, एम पी जैन आदि मौजूद थे।