पटना 13 सितम्बर 2024
बिहार जनता दल (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि शराबबंदी कानून से सबसे अधिक फायदा बिहार की माताओं-बहनों को हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू कर प्रदेश के करोड़ों घरों में खुशियां बिखेरने का काम किया हैं, इसलिए प्रशांत किशोर द्वारा शराबबंदी हटाने की बात कहना उनके महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी कानून से महिलाओं के खिलाफ हो रहे घरेलू हिंसा में बड़े स्तर पर कमी दर्ज की गई है। गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति में भी व्यापक सुधार आया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून को राजनीतिक मुद्दा बनाने के बजाए समाज सुधार की दिशा में इसके फायदे को समझने हेतु प्रशांत किशोर को अपनी सामाजिक समझ विकसित करनी होगी। शराबबंदी को बिहार की जनता ने हाथों हाथ स्वीकार किया है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार शराबबंदी लागू होने से यौन हिंसा के मामलों में 21 लाख (3.6 फीसदी) की कमी आई है। महिलाओं के खिलाफ अपराध दर में भी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि शराबबंदी के विषय में किसी भी तरह का अनर्गल बयान देने से पहले प्रशांत किशोर को जमीनी हकीकत की जानकारी जरूर प्राप्त करनी चाहिए।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि सामाजिक सद्भाव को कायम रखने में भी शराबबंदी कानून का अद्भुत योगदान रहा है। इस कानून को समाप्त करने की ख्वाब देखने वालों का बिहार में कभी राजनीतिक उदय नहीं हो सकेगा। प्रदेश की महिलायें किसी भी किमत में ऐसे लोगों को स्वीकार नहीं करेगी।