पटना 10 दिसंबर 2024
बिहार के सभी 38 जिलों में मंगलवार 10 दिसंबर को पेंडिंग सेना भर्ती के मुद्दे पर व्यापक आंदोलन के तहत युवाओं ने जिलाधिकारियों (डीएम) को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में हर जिले से पेंडिंग भर्ती के 10 युवा शामिल थे, जिनका चयन 2019-2022 के बीच सेना भर्ती में हुआ था। इसके साथ ही, दर्जनों अन्य युवा और सेना में जाने की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी भी इस आंदोलन का हिस्सा बने।
आंदोलन का उद्देश्य और प्रमुख मांगें:
इस ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य 2019-2022 के दौरान चयनित 1.5 लाख युवाओं की तत्काल सेना में नियुक्ति और अग्निपथ योजना के निरस्तीकरण की मांग को केंद्र सरकार तक पहुँचाना है।
ज्ञापन में तीन प्रमुख बिंदु रखे गए:
- 2019-2022 के चयनित 1.5 लाख युवाओं की सेना में तत्काल नियुक्ति।
- अग्निपथ योजना को रद्द कर स्थाई सेना भर्ती प्रक्रिया की बहाली।
- वर्तमान अग्निवीरों को स्थाई नियुक्ति देकर उनके भविष्य को सुरक्षित किया जाए।
सभी जिलों में अनुशासन और समर्पण के साथ हुआ आयोजन:
हर जिले में यह कार्यक्रम एकजुटता और अनुशासन के साथ आयोजित किया गया। डीएम कार्यालयों पर पहुंचकर युवाओं ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखी। ज्ञापन सौंपने के दौरान, सभी जिलों में फोटो और वीडियो डॉक्यूमेंटेशन किया गया, ताकि इस आंदोलन की आवाज दूर तक पहुंच सके।
युवाओं का कहना:
युवाओं ने कहा कि यह आंदोलन उनके भविष्य और सेना की प्रतिष्ठा को बचाने का प्रयास है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष जारी रखेंगे।