कोलकाता, 23 नवम्बर 2025
बिहार सरकार के स्वास्थ्य व विधि मंत्री एवं भाजपा पश्चिम बंगाल के प्रभारी मंगल पांडेय ने पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहर पनरीक्षण (एसआईआर) को सुचारु न होने देने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य में एसआईआर की शुरुआत होते ही ममता सरकार इस प्रक्रिया को रोकने की तमाम कोशिशें कर रही है। जैसा की टीवी चौनल्स व समाचार पत्रों में यह नजर आ रहा है कि यहां के अवैध वोटर मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया शुरु होते ही बार्डर पार यानी बंगलादेश की ओर भागते नजर आ रहे हैं। वहीं प्रदेश की नाकाम मुख्यमंत्री इन अवैध वोटरों के प्रति संवेदना प्रकट कर रही हैं। पश्चिम बंगाल देश का नंबर 1 राज्य है, जहां घुसपैठिये खुद को सबसे सुरक्षित मानते हैं। यहां अवैध वोटर नहीं रहेंगे तो टीएमसी भी नहीं रहेगी।

श्री पांडेय ने टीएमसी सरकार पर यह आरोप लगाया कि वो बूथ-लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की मौत पर राजनीति कर रही है। सच ये है कि टीएमसी के गुंडे बीएलओ को धमका रहे हैं और चुनाव आयोग के नियमों की अनदेखी करने का दबाव बना रहे हैं। श्री पांडेय ने यह आरोप लगाया कि जिस प्रकार सरकार एसआईआर का विरोध करती नजर आ रही है, उससे बीएलओ की कथित सुसाईड सरकार को संदेह के घेरे में लाती है। पूरा भारत अवैध घुसपैठियों के खिलाफ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं आदरणीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के फैसले के साथ खड़ा है। मगर सीएम ममता बनर्जी एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन घुसपैठियों के साथ हैं। ममता – राहुल को अपने देश से ज्यादा दूसरे देश के नागरिकों के हित की चिंता है जो तुष्टिकरण का बड़ा उदाहरण है।
श्री पांडेय ने कहा कि बिहार में हुए सफल एसआईआर के बाद अब पश्चिम बंगाल में एसआईआर की शुरुआत होते ही अवैध बंगलादेशी भागते नजर आ रहे हैं। ये वहीं वोटर हैं जो चुनाव प्रभावित कर टीएमसी को जीत दिला देते हैं। मगर अब इंडी गठबंधन की नैरेटिव कमजोर पड़ने लगी है। एसआईआर का विरोध करने का मतलब घुसपैठियों को बचाना है। राहुल – ममता की बेचौनी अभी से देखी जा रही है। बंगाल के बार्डर पर भागते घुसपैठियों का नजारा इस बात का गवाह है कि यहां की सरकार केवल अवैध वोटरों के दम पर टिकी है।
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