नई दिल्ली 30 नवम्बर 2025


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, जगत प्रकाश नड्डा, 1 दिसंबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में विश्व एड्स दिवस 2025 के वार्षिक राष्‍ट्रीय समारोह के आयोजन का नेतृत्व करेंगे। इस अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव; नाको के अपर सचिव एवं महानिदेशक; और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे, जो एचआईवी की रोकथाम, उपचार, देखभाल और कलंक उन्मूलन के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम  को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करेंगे।

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सरकारी नेता, विकास साझेदार, युवा प्रतिनिधि, समाज में इस कार्यक्रम के समर्थक, एचआईवी से पीड़ित व्यक्ति (पीएलएचआईवी) और अग्रणी स्वास्थ्य कार्यकर्ता एक साथ आएंगे। यह एड्स को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में समाप्त करने की दिशा में भारत की यात्रा को गति देने के लिए एकजुट दृष्टिकोण को दर्शाता है।

युवाओं के नेतृत्व में एक फ्लैश प्रदर्शन जागरूक और ज़िम्मेदारीपूर्ण व्यवहार के महत्व पर ज़ोर देगा। इसके बाद एक विषयगत प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा, जिसमें राष्ट्रीय एड्स एवं यौन संचारित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डिजिटल नवाचारों, कार्यक्रम की उपलब्धियों और समुदाय-आधारित मॉडलों को प्रदर्शित किया जाएगा। लाभार्थियों के अनुभवों की कहानियाँ और एक दृश्य-श्रव्य प्रस्तुति एनएसीपी-5 के तहत भारत की प्रगति और आगामी प्राथमिकताओं के बारे में बताया जाएगा।

इस समारोह का एक प्रमुख आकर्षण नाको की राष्ट्रीय मल्टीमीडिया पहल के तहत एक नई अभियान वीडियो श्रृंखला का शुभारंभ होगा, जो तीन प्रमुख आधार – युवा एवं जागरूकता, ऊर्ध्वाधर संचरण का उन्मूलन, और कलंक एवं भेदभाव – पर केंद्रित होगी। इसके अतिरिक्त, प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम संसाधन भी जारी किए जाएँगे, जिनमें शामिल हैं:

  • संकलक  का 7वां संस्करण
  • भारत एचआईवी अनुमान 2025
  • अनुसंधान संग्रह
  • आईटी-सक्षम वर्चुअल हस्तक्षेप लैंडिंग पृष्ठ

इस कार्यक्रम में एक विशेष लाइव संगीत प्रदर्शन भी होगा, जिसका विषय शीघ्र जांच, उपचार और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीना होगा।

एनएसीपी-के अंतर्गत भारत की प्रगति

भारत राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के वर्तमान चरण के अंतर्गत पर्याप्त प्रगति कर रहा है:

  • एचआईवी की जांच 4.13 करोड़ (2020-21) से बढ़कर 6.62 करोड़ (2024-25) हो गई
  • एंटीरेट्रोवायरल उपचार तक पहुंच वाले पीएलएचआईवी की संख्या 14.94 लाख से बढ़कर 18.60 लाख हो गई
  • इसी अवधि में वायरल लोड परीक्षण 8.90 लाख से लगभग दोगुना होकर 15.98 लाख हो गया

2010 और 2024 के बीच भारत ने ये उपलब्धियां प्राप्‍त की:

  • वार्षिक नए एचआईवी संक्रमणों में 48.7% की गिरावट
  • एड्स से संबंधित मौतों में 81.4% की कमी
  • माँ से बच्चे में एचआईवी संचरण में 74.6% की गिरावट

ये परिणाम वैश्विक औसत से आगे हैं और भारत के नेतृत्व, सतत घरेलू निवेश, साक्ष्य-आधारित रणनीतियों और मजबूत सामुदायिक सहभागिता को दर्शाते हैं।

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