पटना 27 अप्रैल 2024
शनिवार को बिहार विद्यापीठ देशरत्न राजेन्द्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, पटना में गणित उत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश ने अपने संबोधन में बताया कि हमारा पूर्ण जीवन गणित से ओतप्रोत है। बिना गणित के एक कदम भी बढाना संभव नहीं है । गणित सीखना सिखाना तब सहज हो पाएगा जब हम इसे एक उत्सव के रूप में सिखाएं । गणित सिखाने के लिए मैजिक, म्यूजिक, ड्रामा, गेम पर आधारित अधिगम सामग्री विकसित करने की जरूरत है । उन्होंने स्कूल ऑफ क्रिएटिव लर्निंग में विकसित सहज पहाडा कार्ड का प्रदर्शन कर इसकी सहायता से गुणन को सहज बनाने की विधि बताई । उन्होंने विविध खेल विधियों, लर्निंग कार्ड, कहानी कार्ड , कविता कार्ड के माध्यम से गणित की समझ सहजता से विकसित करने का तरीका भी बताया। इससे सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि रामचरितमानस के प्रश्न शलाका गणित और साहित्य की समझ विकसित करने की अद्भुत टूल है। उन्होंने कहा कि गणित के सूत्र बताने से बेहतर है कि गणित के सूत्र बनाना सिखाएं।
इस अवसर पर गणित शिक्षण अधिगम सामग्री पर आधारित एक आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का अवलोकन निरीक्षण बिहार विद्यापीठ के अध्यक्ष विजय प्रकाश पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, सचिव डॉ राणा अवधेश पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, निदेशक, डॉ मृदुला प्रकाश, प्राचार्य डॉ पूनम वर्मा डॉ नीरज सिन्हा पूर्व निदेशक,एन आई सी बिहार, सहायक सचिव अवधेश के नारायण, सहायक मंत्री सह संग्रहालय अध्यक्ष उर्मिला कुमारी महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ प्रतिमा कुमारी, डॉ रीना चौधरी, डॉ शादियां शाहीन,रिम्पल कुमारी,रजनी रंजन, मिताली मित्रा रीना रंजन, मंजरी चौधरी, चंन्द्रकान्त आर्य, एवं विकास कुमार द्वारा सामूहिक रूप से किया गया।
इस उत्सव में रिया, अनन्या, शिवानी एवं श्वेता प्रशिक्षुओं द्वारा ईश्वर की आराधना नृत्य की प्रस्तुति की गई।इस नृत्य प्रस्तुति में नर्तकी के हाथों में सुगंधित धूप एक नवाचारी प्रयोग ने वातावरण को सुगंधमय कर दिया। सहायक प्राध्यापक चन्द्रकान्त आर्य ने सभागार में उपस्थित सभी व्यक्तियों का स्वागत किया साथ ही गणित के उत्सव की अवधारणा से अवगत कराया। गणित आधारित कविता पाठ प्रशिक्षु आशीष गौतम ने किया। साथ ही, विजय प्रकाश द्वारा रचित पुस्तक सृजनात्मक गणित में गणित गीत को स्वर दिया आशीष गौतम ने।
वंशा सिंह एवं टीम के द्वारा गणित का महत्व नाटक की प्रस्तुति दर्शकों द्वारा खूब सराही गई। बेबी, इशिका, माधुरी, खुशी, कृति एवं स्वाति द्वारा नृत्य डब्बा गोल की प्रस्तुति की गई।ज्योति, कुमारी, उर्मिदेव शर्मा ने गणित पहेलियां बुझाई। अंकगणित गाना की प्रस्तुति रजनी कुमारी, एवं साधना सिंह द्वारा की गई। राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम को समाप्त किया गया।मंच संचालन प्रशिक्षु शिखा, एवं अंकित अंबिकेश ने बहुत ही रोचक ढंग से किया। सहायक प्राध्यापक सुधीर पाठक ने कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी व्यक्तियों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।