बिहारशरीफ,27 अप्रैल 2024
नालंदा में एक हृदयविदारक घटनाक्रम में तीन की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद नालंदा पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। घटना की सूचना पर राजगीर एसडीपीओ प्रदीप कुमार कतरी सराय थाना अध्यक्ष सत्यम तिवारी सहित कई थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची हुई है। घटना नालंदा जिले के कतरी सराय थाना क्षेत्र के तारा बीघा गांव की है।
बताया जाता है कि उक्त गांव के एक मछली पालक द्वारा अपने मछली के तालाब को सुरक्षित रखने की मंशा से एक लोहे के छड़ से विद्युत प्रवाहित तार को फंसा कर गढ दिया गया था। शनिवार की सुबह पास के गिरियक थाना क्षेत्र के लाख चौक गांव निवासी पिंटू राम के 14 वर्षीय पुत्र गुलशन उक्त स्थान पर शौच के लिए गए थे जहां शौच के दौरान उक्त तालाब का पानी छूने के क्रम में वह करंट के चपेट में आ गए। करंट के चपेट में आते ही उनकी मौत मौके पर हो गई। घटना की जानकारी के बाद मृतक के दो मामा पंकज कुमार एवं मिथुन भांजे को बचाने को लेकर तालाब में कूद गए। जिससे दोनों की मौत करंट के चपेट में आने से हो गई। घटना के कुछ देर बाद ही मृतक गुलशन की भाभी की तबियत खराब हो चुकी है।बताया जाता है कि नवादा जिले के तीरभोजना गांव निवासी प्रमोद महतो तारा विगहा में खिचड़ी पड़ोस की दुकान चलाते हैं। दुकान के समीप ही उनके द्वारा मछली पालन का कारोबार किया जाता है। तालाब में मछली सुरक्षित रहे इसके लिए उनके द्वारा अपने पानी भरे तालाब में लोहे की छड़ में विद्युत प्रवाहित तार को बांधकर तालाब में गढ दिया गया था। घटना के बाद आरोपी प्रमोद महतो फरार बताया जा रहा है।मरने वालों में ताराबिगहा गांव निवासी 28 वर्षीय पंकज कुमार,25 वर्षीय मिथुन कुमार उर्फ मिट्ठू कुमार व गिरियक थाना क्षेत्र के लखाचक गांव निवासी पिंटू राम के 14 वर्षीय पुत्र गुलशन कुमार है। घटना में एक अन्य व्यक्ति के भी घायल होने की सूचना है। जिसका इलाज नवादा के वारसलीगंज में चल रहा है।इसके बाद ग्रामीण दौड़े और बिजली के तार को तालाब से निकाला गया। इसके बाद तीनों को पावापुरी वर्धमान मेडिकल कालेज लाया गया जहां चिकत्सकों ने मृत घोषित कर दिया।ग्रामीणों ने बताया कि तालाब नवादा जिले के वारसलीगंज निवासी प्रमोद प्रसाद का है। वह तालाब में मछली पालन का काम करता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसने तालाब में बिजली का तार छोड़ रखा था,वही कुछ लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण तार तालाब में टूट कर गिरा हुआ था। जिसमें बिजली प्रवाहित हो रही थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है। घटना के बाद घटनास्थल पर सैकड़ो ग्रामीणों की भीड़ जुड़ गई। अब आगमन बाधित हो गया।यह घटना हृदय विदारक है। आरोपी की पहचान कर ली गई है। गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। इस संबंध में कुछ लोगों का बयान लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस का हालिया अनुसंधान यह बताता है कि यह घटना एक गलत सोच का परिणाम है। तालाब को सुरक्षित रखने के लिए मानवीय पहलू का ध्यान नहीं रखा गया। यह हरकत सीधे तौर पर एक अपराधीक सोच को दर्शाता है। पुलिस आरोपित के खिलाफ कांड दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है।