राजगीर,बिहार शरीफ,30 अप्रैल 2024
अनुमंडलीय अस्पताल, राजगीर के उपाधीक्षक डाॅ उमेश चन्द्र मंगलवार को रिटायर हो गये हैं। इस मौके पर अस्पताल कर्मियों द्वारा उनका विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में डाॅ उमेश चन्द्र के मेडिकल कॉलेज (आरएमसीएच) के सहपाठी रहे आरडीडी, सिविल सर्जन डॉ श्यामा राय सहित जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए। मौके पर उपाधीक्षक डॉ उमेश चन्द्र को चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों ने टोपी, शाल, पुष्पगुच्छ देकर, फूल माला पहनाकर एवं उपहार देकर भावभीनी विदाई दिया। सभी ने उनके कार्यकाल की सराहना की।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि आरडीडी, पटना डाॅ प्रफुल्ल कुमार ने कहा कि जिस तरह जन्म के बाद सबों की मृत्यु निश्चित है. उसी प्रकार नौकरी में आने के बाद सेवानिवृत्ति भी निश्चित है. उन्होंने उपाधीक्षक से आग्रह किया कि सेवानिवृत्ति के बाद भी वे चिकित्सकीय पेशा को अवश्य जारी रखें. ताकि लोगों को इसका लाभ मिलता रहे. आरएडी, पटना डाॅ अखिलेश कुमार ने कहा करीब 48 साल पहले (1976) मैं और भाई उमेश दोनों रिम्स में एक साथ पढ़ते थे। डॉ उमेश चन्द्र के आग्रह पर इस समारोह में शामिल होने आया हूँ। उन्होंने डॉ उमेश चन्द्र को शांति से काम करने वाला, मृदुभाषी स्वभाव और मिलनसार व्यक्तित्व का धनी बताया। उनके कार्यकाल में किये गये कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे एक जिम्मेदार चिकित्सक के साथ जिम्मेदार पदाधिकारी भी हैं। ड्यूटी के प्रति वफादार के साथ सदैव तत्पर रहने वाला उन्हें बताया। सिविल सर्जन डाॅ श्यामा राय ने डाॅ उमेश चन्द्र के कार्यकाल की सराहना की। उनके कार्यकाल में अस्पताल की काफी तरक्की हुई है। सिविल सर्जन बनाने के पहले डाॅ उमेश के साथ लम्बे अर्से तक राजगीर में कार्य करने का अवसर उन्हें मिला है। उन्होंने कहा कि डाॅक्टर के लिए सेवानिवृत्ति नहीं होती है। डाॅक्टर समाज का एक अभिन्न अंग होता है। डाॅक्टर बनने के बाद से लेकर जीवनभर तक लोगों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में जुटा रहता है। यहां के चिकित्सकों ने कहा कि डाॅ उमेश चन्द्र से काफी कुछ सीखने को मिला है. वे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हमेशा मित्रवत संबंध बनाये रखे हैं. इनके रिटायर होने से हमलोगों को उनकी कमी खलेगी. इस अवसर पर उपाधीक्षक डाॅ उमेश चन्द्र ने अस्पताल कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि फारबिसगंज से नौकरी उन्होंने शुरू की थी। नालंदा के अलावे नवादा और रोहतास जिला में उन्होंने सेवा दी है। राजगीर में रेफरल अस्पताल से लेकर अनुमंडलीय अस्पताल तक उनके द्वारा करीब 39 साल सेवा दी गयी है। उन्होंने कहा कि कहा कि जिस प्रकार आप सभी ने हर कदम पर साथ दिया और अनुमंडलीय अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए जो भी कार्य किया गया वह आप सभी के समर्पण की देन है। आप सभी ने क्षमता से अधिक कार्य किया है। यहां के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों का भरपूर सहयोग मिला उन्हें मिला है, जिसके कारण यहाँ के स्वास्थ्य व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। उनसे जितना संभव हो सका है। अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था से लेकर अन्य व्यवस्था में सुधार की कोशिश की गयी है। इस कार्यक्रम में अनुमंडलीय अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डाॅ अजीत रंजन प्रसाद, डॉ बिमलेंद्र कुमार सिन्हा, डॉ विजय कुमार परमेश्वर, डॉ अविनाश कुमार सिंह, डॉ राकेश कुमार सिन्हा, डॉ उमाकांत, डॉ विपिन कुमार, डॉ गौरव, डॉ लाला लाजपत राय, नगर परिषद की मुख्य पार्षद जीरो देवी, वार्ड पार्षद मीरा कुमारी, कविता कुमारी, सुवेंद्र राजवंशी, बृजनंदन प्रसाद, अरविंद कुमार, संजय कुमार, डॉ अजीत कुमार सिंह, डीपीएम श्याम किशोर निर्मल, शैलेन्द्र कुमार प्रभाकर, नागेन्द्र प्रसाद सिंह, कोमल कुमार, राजेश कुमार सिंह, इन्द्र मोहन सिंह निराला सहित सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए।