पटना,11 दिसंबर 2022

बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्‍त किया।भारत के संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने अधिसूचना जारी कर बंबई उच्‍च न्‍यायालय के मुख्‍य न्‍यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्‍त किया है। उनकी नियुक्ति पद का प्रभार ग्रहण करने के तिथि से प्रभावी होगी। भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने मुंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में सोमवार को शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने सोमवार की सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर शपथ ग्रहण की।

न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता के शपथ ग्रहण करने के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 28 हो गई है. प्रधान न्यायाधीश समेत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है। बताते चले कि न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता इससे पूर्व बॉम्बे हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यरत थे। जस्टिस दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्‍त किया गया और सोमवार को उन्हें शपथ दिलाई गई। उच्चतम न्यायालय में उनका कार्यकाल आठ फरवरी, 2030 तक रहेगा।

केंद्रीय कानून मंत्रालय के न्याय विभाग ने रविवार 11 दिसंबर को उनकी नियुक्ति की घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी की थी। दत्ता के नाम की सिफारिश तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति यूयू ललित (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने 26 सितंबर को हुई बैठक में की थी। केंद्र सरकार ने सरकार ने इस पर सहमति देते हुए राष्ट्रपति के पास इसे मंजूरी के लिए भेज दिया था। राष्ट्रपति द्वारा अपनी मंजूरी देते हुए नियुक्ति का वांरट जारी किये जाने के बाद शपथ दिलाई गई।

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