पटना 09 जनवरी 2025

बिहार जद(यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि शुचिता और सिद्धांत को राजनीति का श्रृंगार माना जाता है लेकिन खुद को कट्टर समाजवादी बताने वाले लालू परिवार ने कभी समाजवाद के सच्चे आदर्शों का पालन नहीं किया। डाॅ0 लोहिया सिद्धांतहीन राजनीति के धुर विरोधी थे क्योंकि वैचारिक समाजवाद के बिना राजनीतिक समाजवाद का कहीं कोई औचित्य नहीं है लेकीन लालू परिवार का समाजवाद सिर्फ चुनावी भाषणों तक सिमटकर रह गया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि निजी स्वार्थ की पूर्ति हेतु लालू परिवार ने समाजवादी मूल्यों को तार-तार करने का काम किया। राजद की राजनीतिक विरासत संभाल रहे तेजस्वी यादव को यह जरूर बताना चाहिए कि बेजूबान पशुओं का चारा और नौकरी के बदले गरीब-गुरबों का जमीन कब्जा कर लेना कौन-से समाजवाद की परिभाषा है। उन्होंने कहा कि डाॅ0 लोहिया और जननायक कर्पूरी ठाकुर के अनुयायी होने का दावा करने वाले श्री लालू प्रसाद यादव ने अपने राजनीतिक आचरण से समाजवादी विचाराधारा को कलंकित कर दिया।

श्री कुशवाहा ने कहा कि 20 वर्षों के शासन काल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर छींटा तक नहीं पड़ा और परिवारवाद के आरोपों से हमारे नेता आज भी कोसों दूर हैं। सच्चे समाजवाद का इससे श्रेष्ठत और सटीक उदारहण कुछ नहीं हो सकता है। न्याय के साथ विकास की मूलमंत्र पर चलते हुए नीतीश कुमार ने समाज के अंतिम पंक्ति तक समावेशी विकास की किरणें पहुंचाई है। आगे उन्होंने कहा कि हमारे नेता का राजनीतिक व्यक्तित्व समाजवाद की पाठशाला है। यहाँ तक कि देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हमारे नेता नीतीश कुमार को सच्चा समाजवादी नेता बता चूकें हैं।

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