देश विदेश से आये 21 छात्रों का अटल इन्क्यूबेशन सेंटर,बिहार विद्यापीठ, पटना में ए आई सी के सी ओ ओ प्रमोद कर्ण ने किया स्वागत
पटना 14 अप्रैल 2023
अटल इन्क्यूबेशन सेंटर,बिहार विद्यापीठ, पटना में आयोजित एक बैठक में छात्रों को संबोधित करते हुए विजय प्रकाश, अध्यक्ष सह सी ई ओ बिहार विद्यापीठ ने कहा कि समाज में उद्यमिता के प्रसार के लिए इन्क्युबशन सेंटर का प्रयोग अत्यंत नवाचारी प्रयोग है| जहाँ विद्यालय या महाविद्यालय में किसी पाठ्यक्रमके आधार पर पढाई की जाती है, इन्क्युबशन सेंटर के द्वारा किसी स्टार्ट अप या उद्यमी के विचारों के आधार पर उद्यम स्थापित करने में मदद की जाती है | विद्यालय में छात्र फ़ैल या पास करते हैं | स्टार्ट अप कभी फेल नहीं करता | वह अनुभवों से सीखकर विचारों का परिष्करण करता रहता है जबतक उसका उद्यम पूरी तरह स्थापित न हो जाए |

गुरुवार को नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट इन सस्टेनेबल डेवलपमेंट के छात्र अटल इन्क्यूबेशन सेंटर,बिहार विद्यापीठ, पटना के भ्रमण पर आये थे | इस भ्रमण का मुख्या उद्देश्य इन्क्युबशन सेंटर की कार्य पद्धति के बारे में जानकारी प्राप्त करना एवम इस संस्था के द्वारा मुहैया की जा रही सुविधा के बारे में जानना था। छात्रों के इस दल में दुनिया के विभिन्न देशों जैसे भूटान, वियतनाम,बंगलादेश,थाईलैंड, लाओस एवं भारत के करीब 21 छात्र एवं छात्राएं थे। उनका नेतृत्व प्रो0 आनंद कुमार और प्रो0 मुनीरा अह्मद मागरी कर रहे थे |
ए आई सी के सी ओ ओ प्रमोद कर्ण ने सबका स्वागत किया।इन्होंने ए आई सी द्वारा दी जा रही सुविधाओ के बारे में नालन्दा विश्वविद्यालय के छात्रों को अवगत कराया | साथ ही साथ संस्था में अवस्थित विभिन्न लैब जैसे पैकेजिंग लैब, फूड प्रोसेसिंग लैब, बायो टेक्नॉल्गी लैब तथा मीडिया लैब द्वारा दी जा रही स्टार्टअप फैसिलिटी के बारे में स्टूडेंट्स को अवगत करवाया ।
इस अवसर पर ए आई सी के तीन सफल स्टार्टअप ने अपनी सफलता की कहानियाँ सुनायी। मिथिंगा वेस्ट मैनेजमेंट की फाउंडर मोना लिसा ने अपनी सफलता की कहानी बताते हुए कहा कि वेस्ट में वेल्थ की अपार संभावनाएं हैं।पाईथोक्स मोटर्स के डायरेक्टर भरत पालीवाल ने बताया कि पाईथोक्स मोटर्स ने इको फ्रेंडली वाहन ई एंबुलेंस, ई वेस्ट कैरियर, ई पब्लिक कैरियर, ई फिश पार्लर आदि बनाया है | उन्होंने इन सबकी उपयोगिता के बारे में विस्तार से चर्चा की। कोग्नोस्मेड के फाउंडर अजय कुमार ने अपने फ़ूड प्रोसेसिंग लैब में बनाये गए इको फ्रेंडली साबुन बोधिका के सफलता की कहानी भी सुनायी | उन्होंने अपने आर्सेनिक , फ्लोराइड आदि से प्रदूषित जल के जांच की सुविधा से भी अतिथियों को अवगत कराया |
कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर राकेश रंजन ने सभी प्रतिभागी तथा स्टार्टअप का धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रोग्राम के अंत में नालन्दा विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स को ए आई सी के प्रयोगशाला का भ्रमण किया | उन्होंने स्कूल ऑफ क्रिएटिव लर्निंग के छात्र रिशु और प्रत्युष द्वारा फैब लैब में बनाये गए रोबो के मॉडल की काफी सराहना की | इन्होंने राजेंद्र बाबू स्मृति संग्रहालय का भी भ्रमण किया |