दरभंगा 02 जून 2024

दरभंगा स्त्री रोग एवं प्रसूति फेडरेशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अभिनंदन डॉ एम सी पटेल के द्वारा मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग,चादर और मखान से सम्मानित किया गया। अहमदाबाद के वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, डॉ एम सी पटेल ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में दरभंगा के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों को गर्भवती महिलाओं के चिकित्सा के दौरान उत्पन्न होने वाले मेडिको लीगल केसेस पर विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा हमें चिकित्सा के दौर में अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। क्योंकि पहले इलाज के लिए आने वाले मरीजों को डॉक्टर दिलासा देते थे आपको इलाज के दौरान कुछ नहीं होगा, लेकिन अब डॉक्टर को मरीजों से दिलासा की जरूरत है। इलाज के बाद मरीज और उनके परिजनों के द्वारा डॉक्टर को कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा डॉक्टरी पेशा के संदर्भ में अभी दो दर्जन के आसपास कानून है जिन्हें डॉक्टर को जानना जरूरी है। अनिश्चितता के कारण प्रसूति रोगों के इलाज के दौरान डॉक्टरों को निर्णय लेने में हुई किसी भी चूक का दुष्परिणाम मेडिको लीगल केसेस के रूप में मिलता है। अभी जितने भी मेडिकल लीगल कैसे होते हैं उसमें 80% स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों के खिलाफ होते हैं। उन्होंने मेडिकल लीगल केस से बचने के लिए मरीज के साथ संवाद स्थापित करने पर जोर देते हुए कहा मरीजों के परीक्षण के दौरान प्राप्त सारी जानकारी को सूक्ष्मता के साथ नोट करना और और रिकॉर्ड को समुचित समय तक सुरक्षित रखना आवश्यक है।मरीज से हर प्रक्रिया के लिए अलग कंसेंट लेना आवश्यक है। पर कंसेंट लेना सिर्फ एक हस्ताक्षर नहीं बल्कि मरीज के साथ चर्चा की हुई सारी बातों को बिंदुवार नोट कर मरीज से सहमति लेना है। इस दौरान एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ,डॉ ओम प्रकाश,डॉ अलका झा,डॉ राजश्री पूर्वे एवं डॉक्टर सुप्रिया नारायण ने भाग लिया। डॉ एम सी पटेल ने कहा वास्तविक केसों के संदर्भ में इस परिचर्चा को मॉडरेट किया और कहा परिचर्चा के दौरान यह बात उभर कर आई के अगर कोई वयस्क महिला लिविंग रिलेशनशिप में है और गर्भपात के लिए आती है तो गर्भपात करने में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उससे एक सहमति ले लेना है वह अपने पुरुष मित्र के साथ स्वेच्छा से रह रही थी और इस अबॉर्शन के बाद उसे किसी पुलिस केस में नहीं जाना है, अन्यथा अगर महिला ने बाद में अपना मन बदल दिया और पुरुष मित्र पर रेप का कैसे किया तो इसमें डॉक्टर को पुलिस को सूचना न देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। दरभंगा स्त्री एवं प्रसूति रोग फेडरेशन की अध्यक्षा डॉक्टर कुमुदिनी झा ने भी एक व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में डॉ भरत प्रसाद,डॉ अरुणाचल झा,डॉ सुप्रिया नारायण,डॉ बबीता सिंह,डॉ सीमा प्रसाद, डॉक्टर शशी बाला प्रसाद,डॉ रेनू झा,डॉ वसुधा रानी सहित बड़ी संख्या में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन सचिव, डॉ राजश्री पूर्वी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ शालिनी भारती के द्वारा किया गया।

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