औरंगाबाद 16 जून 2024

जिला योजना भवन के सभा कक्ष में सदर अनुमडल पदाधिकारी, संतन कुमार सिंह के नेतृत्व में बकरीद को लेकर अनुमंडलस्तरीय शांति समिति की बैठक एवं ब्रीफिंग आयोजित किया गया। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी सभी जगह से बकरीद पर होने वाले कार्यक्रम , होने वाली समस्या, समाधान एवं विशेष व अतिरिक्त सतर्कता बरतने सहित कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किए गए। बैठक में अनुमंडल पाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बकरीद पर्व शांतिपूर्ण एंव सौहाद पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हो इसके लिए कई निरोधात्मक कदम उठाये गये हैं।

उनके द्वारा बताया गया कि बकरीद पर्व के अवसर पर कुछ स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा जानवरों को बाहर से लाने एवं ले जाने पर उसे रोकने अथवा विवाद पैदा कर साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न करने की संभावना हो सकती है। अनचिन्हित क्षेत्रों में पूर्व घटित साम्प्रदायिक विवाद की जानकारी प्राप्त कर ली जाए तथा पूर्व से पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चत कर लिया जाय।

चिन्हित क्षेत्रों में ऐसे तत्वों की पहचान कर ली जाए, जिनका पूर्व में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का इतिहास रहा हो। गोपनीय सूत्रों से यह भी पता किया जाए कि किन असामाजिक तत्वों द्वारा इस पर्व :अवसर पर साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे अवसरों पर असामाजिक तत्व मौके का फायदा उठाकर अफवाह फैलाते है, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ता है। ऐसे तत्वों एविशेष निगरानी रखने की आवश्यकता होगी। ऐसे अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध भा०द०विकी धारा 153A/ 505 के तहत कार्रवाई किया जाय। ये धाराएं संजेय एवं गैरजमानतीय है। इसअतिरिक्त अन्य धाराओं / प्रावधानों के अन्तर्गत भी कार्रवाई किया जाय।

अफवाहों पर त्वरित गति से रोकथाम करें। सोशल मीडिया, फेसबुक, वॉट्सएप तथा इंटरनेट पर धार्मिक भावनाओं से संबंधित फोटो / विडियो / चित्र / संवाद सम्प्रेषण संबंधित गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखी जाय।

ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी इसका शत- प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करायेंगे । ज्ञातव्य हो कि ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग 06.00 बजे पूरसे 10.00 बजे अप0 तक ही मधुर आवाज में किया जा सकता है।

ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अवसर पर साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से औरंगाबाद शहर, रफीगंज, मदनपुर, नबीनगर बाजार पूर्व से ही संवेदनशील है। पूर्व में सम्पन्न हिन्दु मुस्लिम त्योहार के अवसर पर संवेदनशील स्थान के रूप में चिन्हित किये गये है, जिनके अपनी साम्प्रदायिक पृष्ठभूमि रही है। इन स्थानों पर पर्व के समय विशेष प्रशासनिक चौकसी वव्यवस्था को सामान्य बनाये रखने की दिशा में सहायक सिद्ध होगी-

सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/ अंचल अधिकारी / पुलिसनिरीक्षक/ थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र के विधि व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेवार होंगे तथा किसी अप्रियघटना के होने पर अविलम्ब आवश्यक सुरक्षा आकलन एवं सूचना संग्रहण के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे तथा जिला पदाधिकारी / पुलिस अधीक्षक को सूचित करते हुए दण्डाधिकारी / पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल में वृद्धि एवं प्रतिनियुक्ति कर सकेंगे।

सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी का यह दायित्व होगा कि वे अपने-आपने क्षेत्रों में जातीय एवं साम्प्रदायिक सदभाव बनाये रखेंगे। यदि उन्हें किसी प्रकार के तनाव एवं घटना की सूचना मिले तो वे उसका अविलम्ब विवेकपूर्ण निर्णय के साथ समाधान करेंगे । चूकि ऐसे तनाव की एक छोटी घटना भी काफी गंभीर रूप ले सकती है। अतः छोटी से छोटी घटना को पूर्ण सतर्कता एवं सख्ती से हल करने का प्रयास किया जाय। यहों यह भी उल्लेख करना आवश्यक है कि सामान्य शांति व्यवस्था के मामलों में कम -से-कम बल का प्रयोग कर शांति व्यवस्था कायम रखी जाय । साम्प्रदायिक मामलों की घटना को दबाने के लिए दृढ़ कार्रवाई की आवश्यकता होती है। जहाोँ भी साम्प्रदायिक तनाव या घटना या अन्य किसी प्रकार की घटना की सूचनामिले, वहां अविलम्ब विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए समाधान किया जाय, ताकि घटना का प्रभाव अन्य दूसरे क्षेत्रमें नहीं पड़े। ऐसी घटनाओं की सूचना अविलम्ब जिला पदाधिकारी / पुलिस अधीक्षक / अनुमण्डलपदाधिकारी / अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, औरंगाबाद, सदर-01, सदर -02 मदनपुर एवं पुलिसउपाधीक्षक एवं थानाध्यक्ष को शीध्र दिया जाय।
उक्त बैठक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर 1 एवं सदर 2 संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं सभी थाना अध्यक्ष मौजूद रहे।

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