बाढ़ 16 जून 2024
अनुमंडल के सुप्रसिद्ध उमानाथ गंगा घाट पर रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया।जहाँ गंगा दशहरे के मौके पर गंगा नदी में एक नाव पलट गई। इसमें एक ही परिवार के 17 लोग डूब गए।आस पास के नाविकों ने किसी तरह 13 लोगों को बचा लिया।बताया जा रहा है कि अभी तक चार लोग लापता है, जिनकी तलाश की जा रही है।
एसडीआरएफ की टीम के साथ-साथ लोकल गोताखोर भी लापता लोगों को खोज रहे हैं। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि नदी में यात्रा करते समय सुरक्षा उपायों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। सभी संबंधित एजेंसियां और प्रशासन लापता लोगों की खोज में लगे हुए हैं। लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है।सभी बताये गये व लापता एक ही परिवार के नालंदा जिले के बिहार शरीफ़ के रहने वाले बताये जाते हैं।लापता 04 लोगों की पहचान नालंदा जिले के मालती गांव निवासी रिटायर्ड फौजी (61) उनके जीजा हरदेव प्रसाद (65) हरदेव प्रसाद के बेटे नीतीश (30) व ग्रामीण मंजू देवी (45) शामिल हैं।बताया जाता है कि परिवार में किसी की मृत्यु के बाद वो सभी शुद्धिकरण के लिए गंगा स्नान करने के लिए आये थे।लेकिन जब वो लोग गंगा घाट पर पहुंचे तो घाट पर बहुत भीड़ थी।जिसके बाद उन सभी ने वही एक नाविक को किराया देकर उस पार (समस्तीपुर घाट) जानें के लिए कहा।नाव द्वारा उस उस पार जाने के बाद उनलोगों ने गंगा स्नान किया और फिर बाढ़ उमानाथ घाट की ओर लौटने लगे।तभी बीच मझधार में यह हादसा हो गया।और सभी लोग डूबने लगे तब स्थानीय नाविकों के द्वारा कुछ लोगों को बचाया गया।तब सवाल उठता है कि क्या इसे प्रशासनिक विफलता करार नहीं दिया जा सकता? वो भी तब जब प्रशासन को पता था की गंगा दशहरे के मौके पर उमानाथ घाट पर गंगा स्नान करने वालों की भीड़ लाखों में हो सकती है।तो फिर घाट पर नाविक अपनी नाव से इस पार से उस पार कैसे चले? हालांकि हादसे के बाद घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय निवासियों ने भी बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और नाव में फंसे लोगों को बाहर निकालने में मदद की।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया की नाव ओवरलोड थी।जिसके कारण यह हादसा हो गया। बहरहाल उन परिवारों के लिए गंगा दशहरा का रविवार काला रविवार साबित हो गया।घटना की सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी शुभम कुमार मौके पर पहुंचे और बताया की यात्रियों से भरी नाव उमानाथ गंगा घाट से दियारा किनारे जा रही थी।तभी नाव बीच में पलट गई।जिस पर 17 यात्री सवार थे।जो नालंदा जिले के मालती गांव के रहने वाले एक ही परिवार के थे।उसमें से 13लोगों को स्थानीय नाविकों ने बचा लिया। लेकिन चार लोग अभी भी लापता है।और स्थानीय गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम के द्वारा लापता लोगों के खोजबीन जारी है।वहीं जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक एवं ग्रामीण एसपी रौशन कुमार भी घटना स्थल पर पहुँचे और स्थानीय अधिकारीयों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए। वहीं एसडीपीओ अपराजित लोहान भी मौजूद दिखे।