नई दिल्ली 17 जून 2024

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सोमवार को हुए रेल हादसे पर रेलवे ने सफाई दी है । भारतीय रेलवे के अधिकारियों ने कहा है कि गुवाहाटी-दिल्ली मार्ग पर जहां सोमवार को सियालदह कंचनजंघा एक्सप्रेस में एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मारी वहां ‘कवच’ या ट्रेन टक्कर रोधी प्रणाली इस्तेमाल में नहीं थी। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने कहा कि इस मार्ग में स्वचालित टक्कर रोधी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ अभी नहीं है।उन्होंने बताया कि इस मार्ग के लिए स्वचालित टक्कर रोधी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली ‘कवच’ ​​की योजना बनाई जा रही है। रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष जया वर्मा सिन्हा ने इस दुर्घटना को मालगाड़ी के चालक की ओर से संभावित “मानवीय भूल” बताते हुए कहा कि न्यू जलपाईगुड़ी के निकट टक्कर संभवतः इसलिए हुई क्योंकि मालगाड़ी ने सिग्नल की अनदेखी की और अगरतला से सियालदह जा रही कंचनजंघा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी।

आगे उन्होंने कहा कि “ इस दुर्घटना में पांच यात्रियों की मौत हो गई है। मालगाड़ी के लोको पायलट और कंचनजंघा एक्सप्रेस के गार्ड की भी मौत हो गई है। इस घटना में करीब 50 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि “हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि ट्रेन परिचालन सुरक्षित रहे। ” साथ ही उन्होंने कहा कि ‘कवच’ का क्रियान्वयन मिशन मोड पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह 1,500 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर पहले से ही क्रियाशील है, जबकि इस साल के अंत तक इसमें 3,000 किलोमीटर और जोड़ दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश के रेलवे नेटवर्क में कवच परियोजना का तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए आपूर्तिकर्ताओं द्वारा सुरक्षा प्रणाली का उत्पादन बढ़ाया जाना चाहिए ।

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