पटना 26 सितम्बर 2024
स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पाण्डेय ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में परीक्षा देने गए बिहार के दो छात्रों की पिटाई, उनके डॉक्युमेंट फाड़ने की कोशिश, डोमिसाइल मांगने और उनसे कान पकड़ कर उठक-बैठक कराने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए ममता बनर्जी सरकार से इस पूरे मामले की जांच कराने और छात्रों के साथ गुंडागर्दी करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
उन्होंने इस घटना पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि क्या बिहारी अस्मिता का राग अलापने वाले तेजस्वी यादव व उनकी पार्टी तथा इंडी गठबंधन के दल बिहारी छात्रों की पिटाई मामले में अपना मुंह खोलेंगे? क्या राहुल गांधी ममता बनर्जी से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे?
श्री पाण्डेय ने कहा है कि जिस पश्चिम बंगाल में बंगलादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों को संरक्षित किया जाता है, वहीं बिहार या देश के किसी दूसरे राज्य से परीक्षा देने गए छात्रों की पिटाई ममता सरकार की अराजकता और गुंडागर्दी को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार और टीएमसी के गुंडे बेलगाम हो गए हैं। गुंडागर्दी की हद यह है कि बिहार के दो छात्रों को सोते से जगा कर उनके साथ मारपीट की गई और परीक्षा देने के लिए पश्चिम बंगाल फिर कभी नहीं आने के लिए कान पकड़ कर उठक-बैठक कराई गई। यह केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं बल्कि संविधान की मूल भावना पर भी प्रहार है।