पटना/ गया , 30 दिसंबर 2022

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बोधगया स्थित तिब्बतियन मोनेस्टी में बौद्ध धर्म गुरु परम पावन दलाई लामा जी से मुलाकात की। मुलाकात के क्रम में मुख्यमंत्री ने परम पावन दलाई लामा जी को अंगवस्त्र एवं भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंटकर उनका अभिनंदन किया। परम पावन दलाई लामा जी ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं भगवान बुद्ध की पेंटिंग भेंट की और आशीर्वाद दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री एवं परम पावन दलाई लामा जी के बीच करीब आधा घंटा तक अध्यात्म एवं बौद्ध दर्शन पर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने वैशाली में निर्माणाधीन बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण कार्य पूरा होने पर उसके उद्घाटन के लिए परम पावन दलाई लामा जी से आग्रह किया जिस पर उन्होंने अपनी सहमति जताई।

मुलाकात के पश्चात् मुख्यमंत्री ने महाबोधि मंदिर बोधगया में पूजा अर्चना कर राज्य की ,सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए भगवान बुद्ध से कामना की। इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, आयुक्त मगध प्रमंडल श्री मयंक बरबरे, आई0जी0 गया प्रक्षेत्र एम०आर० नायक, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी गया डॉ० त्याग राजन एस०एम०, वरीय पुलिस अधीक्षक गया हरप्रीत कौर, बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटी के सदस्य सचिव नंगजेय दोरजी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, बोधगया टेम्पल मैनेजमेंट कमिटी के सदस्यगण, भंतेगण एवं विभिन्न देशों से आये बौद्ध धर्मावलंबी और श्रद्धालुगण उपस्थित थे।

महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इन दिनों बड़े पैमाने पर श्रद्धालु यहां आते हैं, भ्रमण करते हैं और दर्शन करते हैं। लोगों को यहां उपदेश मिलता है। यह एक परंपरा है। बीच में कोरोना के चलते दो-तीन साल प्रभावित रहा लेकिन इस बार फिर बड़ी संख्या में लोग यहां आए हैं। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक एक लाख के करीब श्रद्धालु अभी तक आ चुके हैं। यह बहुत खुशी की बात है। आप तो जानते ही हैं कि बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या जीरो हो गई थी लेकिन कुछ लोग बाहर से यहां आए हैं तो यहां पर ही कुछ कोरोना मरीज देखने को मिले हैं। कोरोना टेस्ट के लिए सारी व्यवस्था की गई है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है।

यहां पर भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई और उसके चलते यहां का अलग ही महत्व है। आप तो जानते ही हैं कि बुद्धिज्म को माननेवाले लोग बड़ी संख्या में हैं, इसको देखते हुए सब व्यवस्था की गई है। हम तो यहां आते ही हैं और परम पावन दलाई लामा जी से मिलते भी हैं। बीच में दो साल वो नहीं आ पाए लेकिन इस बार जैसे ही वे आए हैं, हम उनका दर्शन करने चले आए हैं। परम पावन दलाई लामा जी से मेरा पुराना संबंध है। आप तो जानते ही हैं कि कितनी बार हम उनको यहां बुलाए हैं। 2013 में पटना में बुद्धिज्म को माननेवाले लोगों का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भी हुआ। वैशाली में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय भी बनवा रहे हैं तो उसके लिए भी हम उनको आमंत्रित कर दिए हैं। कुछ महीने में तैयार हो जाएगा तो उसका भी उद्घाटन आप ही को करना है। उनसे हमारी यह सब बात हो गई है। पटना में भी बहुत काम करवाया गया है। वहां भी श्रद्धालु आते हैं। आनेवाले श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाता है। यहां के डी०एम० भी एक-एक चीज को देख रहे हैं कि किसी को कोई परेशानी नहीं हो। लोगों को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। हम हर बार यहां आते हैं। हमारी यात्रा शुरू होनेवाली है। उस दौरान भी हम यहां आएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के निधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत ही दुःख की बात है। रात में ही उनका निधन हुआ हालांकि सुबह जब मैं उठा तब मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने इस पर शोक जताया है।

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