नई दिल्ली 07 अक्टूबर 2014

केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (डब्ल्यूसीएल) की निष्पादन क्षमता की समीक्षा के लिए आज नागपुर में कंपनी मुख्यालय का दौरा किया। उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी थे। समीक्षा बैठक में कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रूपिंदर बरार, कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष पी.एम. प्रसाद तथा डब्ल्यूसीएल और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

श्री जी. किशन रेड्डी ने बैठक के दौरान डब्ल्यूसीएल के कोयला उत्पादन, उत्पादकता, प्रेषण दक्षता की समीक्षा की और परियोजना प्रभावित लोगों (पीएपी) से संबंधित मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया। इस दौरान चालू वित्त वर्ष की पहली और दूसरी तिमाही के लिए कोयला उत्पादन, प्रेषण और अधिक बोझ को कम करने (ओबीआर) को शामिल करते हुए एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। इसमें यह भी आश्वासन दिया गया कि डब्ल्यूसीएल इस वित्त वर्ष के अंत तक अपने वार्षिक उत्पादन लक्ष्यों को पूरा कर लेगी।

श्री जी. किशन रेड्डी ने अपने संबोधन में, देश की कोयला आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीआईएल की सभी सहायक इकाइयों द्वारा अपने वार्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा खनन कार्यों को बढ़ाना और नई परियोजनाओं को शुरू करना, कोयला क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, उन्होंने भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण और वन मंजूरी और आधुनिक तकनीकों को अपनाने तथा इन प्रयासों को आगे बढ़ाने में कोयला मंत्रालय को ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

श्री जी. किशन रेड्डी ने समीक्षा बैठक के बाद, स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024’ में सफाई कर्मचारियों को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया। उन्होंने पूर्व सफाई कर्मचारी स्वर्गीय श्री नुन्हारे की बेटी को उसकी शिक्षा और पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की।

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने समीक्षा बैठक से पहले कोयला मंत्रालय की पहल ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत एक पौधा लगाया। मंत्री ने डब्ल्यूसीएल मुख्यालय में एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आईसीसीसी) का दौरा किया, जो खदान निगरानी के लिए एक अभिनव कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) सक्षम सुविधा है। श्री रेड्डी ने डब्ल्यूसीएल के एसएचएसीटीई कोयला दल की भी शुरुआत की, जो कोयला खदानों में घुसपैठ और अनधिकृत पहुंच सहित आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई में सक्षम आधुनिक उपकरणों और तकनीक से लैस सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों की एक विशेष टीम है।

मंत्री महोदय ने राष्ट्रीय कोयला और ऊर्जा अनुसंधान केंद्र (एनएसीसीईआर) का भी उद्घाटन किया और डब्ल्यूसीएल की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फ्लैगशिप परियोजना, ‘तराश 2.0’ का शुभारंभ किया। यह पहल 40 छात्रों को आईआईटी-जेईई और नीट परीक्षाओं के लिए कोचिंग के साथ-साथ आवास, भोजन, किताबें और प्रतिमाह 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। श्री जी किशन रेड्डी ने तराश 2.0 कार्यक्रम के चार छात्रों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने 10वीं कक्षा की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।

मंत्री महोदय का यह समीक्षा दौरा ऊर्जा सुरक्षा, तकनीकी उन्नति और सामुदायिक कल्याण पर सरकार के ध्यान को रेखांकित करता है। एनएसीसीईआर और ‘तराश 2.0’ का शुभारंभ आत्मनिर्भर कोयला क्षेत्र के लिए नवाचार, शिक्षा और प्रगति में एक नए युग का प्रतीक है। यह कोयला क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को मजबूत करते हुए और परिचालन दक्षता को बढ़ाता है, जो भविष्य में स्थायी ऊर्जा योगदान को बढ़ावा देगा।

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