पटना 08अक्टूबर 2014

नागाबाबा ठाकुरवाड़ी में 10 दिवसीय रामलीला के मंचन के छठे दिन कार्यक्रम की शुरुआत श्रीराम स्तुति ‘श्रीराम चंद्र कृपालु भजन के साथ हुई।रामलीला के मंचन के छठे दिन रामलीला महोत्सव का उद्घाटन विधायक रनविजय साहु, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, दशहरा कमिटी के अध्यक्ष अरुण कुमार, चेयरमैन कमल नोपनी, संयोजक मुकेश नंदन, सह संयोजक राकेश कुमार एवं अन्य ने किया। इसके बाद आरती हुई।

आज के रामलीला मंचन में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का जीवंत चित्रण किया गया।आज राजा दशरथ ने राम के राज्याभिषेक की घोषणा की घोषणा की। राम के राज्याभिषेक कि घोषणा के बाद समस्त अयोध्यावासी ख़ुशी से झूम उठे। लेकिन महारानी कैकयी नाराज होकर कोप भवन में चली गई।

जब राजा दशरथ को यह बात पता चली तो उन्होंने महारानी कैकेयी से मुलाकात की और कोप भवन में जाने का कारण पूछा तो कैकेयी ने उनसे तीन वचन मांगे। राजा दशरथ ने जब उन्हें वचन दे दिया और पूछ की उन्हें क्या चाहिए तब कैकेयी ने भरत को राजा बनाने का प्रस्ताव देते हुए राम को वनवास भेजने को कहा। यह जानकर राजा दशरथ हैरान रह गए। उन्होंने कैकेय को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन कैकेयी नहीं मानी। आख़िरकार राजा दशरथ ने कैकेयी बात मान ली और अपने प्रिय पुत्र राम को बुलाया।

प्रभु राम ने जब पिता को उदास देखा तो उनसे इसका कारण पूछा। तभी कैकेयी ने उन्हें बताया किउन्होंने महाराज दशरथ से तीन वर मांगे थे। जिसके अनुसार भरत राज सिंघासन पर बैठेगा और तू यानि राम वनवास जाओगे। उनकी बात सुनकर प्रभु राम तनिक भी विचलित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वे पिता के वचन का सहर्ष पालन करेंगे। इसके पश्चात् राम और उनकी माता कौशल्या के बीच संवाद होता होता है /सीता भी पत्नी धर्म का पालन करते हुए राम के साथ वन जाने का संकल्प लेती है। प्रिय भ्राता राम और सीता के वनवास जाने की बात सुनकर लक्ष्मण भी कहते है कि वह भी राम के साथ वनवास जायेंगे। आज के मंचन में इस कथा का जीवंत चित्रण देख कर दर्शक दीर्घा में बैठे दर्शकों की आँखे नम हो गई।नागाबाबा ठाकुरबाड़ी में आयोजित दस दिवसीय रामलीला में आज की प्रस्तुतियों में दशरथ-सुमंत संवाद, सुमंत- मंथरा संवाद, मंथरा-कैकयी संवाद, कैकयी-सुमंत संवाद, राम-कैकयी संवाद, राम-कौशल्या संवाद के साथ सीता द्वारा राम के साथ वनवास जाने की घटना का सजीव मंचन संपन्न हुआ।

एम पी जैन ने बताया कि आज के आयोजन में सह संयोजक राकेश कुमार, रामलीला संयोजक प्रिंस कुमार राजू, रामलीला सह संयोजक आशु गुप्ता, कोषाध्यक्ष पवन कुमार, सुजय सौरभ,सुषमा साहू, , सुशील बजाज, प्रो० नवल किशोर, मनीष कुमार, संजय राय, महासचिव राकेशचंद्र मल्होत्रा,रामलीला संयोजक प्रिंस कुमार राजू, रामलीला सह संयोजक आशु गुप्ता, कोषाध्यक्ष पवन कुमार,सुजय सौरभ,सुषम साहू,अरुण कुमार गुप्ता,राजेश बजाज, संजय वर्णवाल, आर्य नन्दन, धर्मराज केशरी, शम्भु बाबा, प्रेम कुमार , अमित शिवम्…सहित सैकडो की संख्या रामभक्त उपस्थित रहे।

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