पटना, 01 जनवरी 2025

पटना जैन समाज के लोगों ने हंगामे, शोर शराबा से अलग हटकर नव वर्ष 2025 के आगमन पर विश्व शान्ति हेतु पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर कदमकुआं में रात्रि में णमोकार महामन्त्र का पाठ किया तथा भगवान महावीर के 2551 निर्वाण वर्ष पर रात्रि बारह बजे 2551 दीप प्रज्जवलित किया।

यह आयोजन जैन मुनि विभंजनसागर जी एवं श्रमण मुनि विश्वज्ञेय सागरजी मुनिराज ससंघ के सानिध्य में किया गया। इससे पूर्व श्रद्धालुओं ने भजन भी किया। छोटा बच्चा पार्थ जैन के गाये गए भजन “सूरज यह संदेशा लाया, धरती पर उत्सव आया! वीरों का वीर महावीर देखो त्रिशला नंदन आया!!” को सभी ने पसंद किया। जैन समाज के एम पी जैन ने बताया कि णमोकार महामन्त्र जैन धर्म का सर्वाधिक महत्वपूर्ण मन्त्र है।

इस मन्त्र में अरिहन्तों, सिद्धों, आचार्यों, उपाध्यायों और साधुओं का नमस्कार किया गया है. इस मंत्र को जैन धर्म का परम पवित्र और अनादि मूल मंत्र माना जाता है. इसमें किसी व्यक्ति का नहीं, किंतु संपूर्ण रूप से विकसित और विकासमान विशुद्ध आत्मस्वरूप का ही दर्शन, स्मरण, चिंतन, ध्यान एवं अनुभव किया जाता है. नव वर्ष पर सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में जैन धर्मावलम्बी काँग्रेस मैदान स्थित जैन मंदिर में पहुच कर मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ का एक सौ आठ कलशों से अभिषेक किया तथा श्री पार्श्वनाथ विधान किया।

सभी कार्यक्रम जैन मुनि के सानिध्य में किया गया। मौके पर अध्यक्ष बिनोद पहाड़िया जैन, सचिव ज्ञान पाटनी जैन, सुबोध जैन, शिखर चंद जैन, विनय जैन, पंकज जैन, चंदा जैन, अपर्णा जैन, सरोज पाटनी जैन, डॉ गीता जैन सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद थे।

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