पटना 21 दिसंबर 2024
शनिवार को देशरत्न राजेंद्र प्रसाद शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में बैरिस्टर मौलाना मज़हर उल हक़ की 159वीं जयन्ती तथा महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की138वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आगत अतिथियों का स्वागत और विषय प्रवेश बिहार विद्यापीठ के संयुक्त सचिव,अवधेश के नारायण ने किया। उन्होंने दोनों महान विभूतियों के व्यक्तित्व और कृतित्व समीक्षा करते हुए कहा कि मौलाना मजहर-उल-हक राष्ट्रीयता और कौमी एकता को ईमान की बात मानते हुए उसके लिए समर्पित रहे। राष्ट्रीय आंदोलन में उन्होंने सक्रिय और निर्णायक भूमिका अदा की। महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का गणित की खोज की व्याख्या करते हुए कहा कि विश्लेषण एवं संख्या पर मौलिक और अनूठा योगदान दिया है। क्रिस्टल विज्ञान में उनके गणितीय सूत्र सहयोगी साबित हुआ है।
बिहार विद्यापीठ के सचिव डॉक्टर राणा अवधेश भा. प्र. से .(से.नि.)ने अपने आशीर्वचनों से सभी प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया तथा प्रशिक्षुओं द्वारा प्रदर्शित कार्यक्रमों की प्रशंसा भी की। उन्होंने कार्यक्रम की महत्ता बताते हुए कहा कि कार्यक्रम में प्रतिभागिता से कला प्रदर्शन का बेहतर अभ्यास होता है।
कार्यक्रम का मुख्य केंद्र बिंदु धर्मनिरपेक्षता पर आधारित नाटिका रही, जिसमें महाविद्यालय के बी एड एवं डी एल एड के प्रशिक्षुओं ने भूमिका निभाई तथा नाटिका की पृष्ठभूमि से सभी का परिचय सहायक प्रोफेसर चंद्रकांत आर्य ने करवाया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रकाश एवं अंजलि ने किया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ रीना चौधरी ने नाटक का निर्देशन किया।
धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर सुधीर पाठक के द्वारा दिया गया। इस मौके पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ पूनम वर्मा ने कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए सभी कलाकारों को कम समय में नाटक तैयार करने एवं बेहतर अभिनय के लिए सराहा । उन्होंने बल देते हुए कहा कि महाविद्यालय के सभी शैक्षिक कार्यक्रम बीएड डीएल एड प्रशिक्षुओं को एक उत्कृष्ट शिक्षक बनने में मदद करेगा।
ए आई सी के सी ओ ओ प्रमोद कर्ण, बिहार विद्यापीठ के वित्त मंत्री विवेक रंजन, महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण जिसमें मिताली मित्रा, डॉ प्रतिमा कुमारी,डॉ रीना चौधरी, रीम्पल कुमारी, रजनी रंजन, कमलेश कुमार,डॉ शादमा शाहिन, चन्द्र कान्त आर्या, मंजरी चौधरी, विकास कुमार सुधीर पाठक, ने सक्रिय भूमिका अदा की।एड एवं डीएलएड के सभी प्रशिक्षुगण तथा विनीता कुमारी मौजूद थे।