पटना,10 फरवरी 2025
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीएम) अभियान का शुभारंभ किया गया। इस महत्वपूर्ण अभियान के तहत फाइलेरिया उन्मूलन के लिए देशभर में बड़े पैमाने पर दवा वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर बिहार सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय वर्चुअल माध्यम से जुड़े और राज्य में एमडीएम अभियान की औपचारिक शुरुआत की। माननीय मंत्री श्री नडडा ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर यह आह्वान किया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जन-जागरुकता का आप हिस्सा बनें और इस संक्रमण से लोगों को बचाने में अपनी महत्ती भूमिका निभाएं।

स्वास्थ्य मंत्री श्री पाण्डेय ने बताया कि राज्य के 21 जिलों के 324 ब्लॉक एवं शहरी क्षेत्रों में यह अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत लगभग 7 करोड़ 57 लाख लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए 61 हजार 512 टीमें घर-घर जाकर दवा खिलाने का कार्य करेंगी। उन्होंने फाइलेरिया के गंभीर दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए कहा कि फाइलेरिया संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलने वाला एक घातक रोग है, जो शरीर के लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। इससे शारीरिक अंगों में असामान्य सूजन हो सकती है, जिससे प्रभावित व्यक्ति को सामाजिक और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

श्री पांडेय ने बताया कि राज्य में सरकार के ठोस प्रयासों के चलते फाइलेरिया संक्रमण काफी हद तक नियंत्रित किया जा चुका है। वर्तमान में राज्य के 24 जिलों में एमडीएम अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि फाइलेरिया रोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और इनका सेवन स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति-गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर, सभी लोगों को यह दवा लेनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने बिहारवासियों से अपील की है कि वे इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें और दवा का सेवन अवश्य करें।