राजस्थान 8 मई 2023

राजस्थान के नागौर जिले के ड़ेगाना क्षेत्र में लिथियम का बड़ा भंडार मिला है।इस भंडार को लेकर भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने दवा किया है कि इस भंडार से भारत में लिथियम के कुल मांग का 80 प्रतिशत पूरा हो सकता है। राजस्थान में मिले इस लिथियम के भंडार से भारत को लिथियम के लिए चीन पर निर्भरता काफी कम होने कि उम्मीद जताई जा रही है।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने दावा किया है कि नए खोजे गए भंडार में मौजूद लिथियम की मात्रा भारत की कुल मांग का 80 प्रतिशत पूरा कर सकती है। इस बड़ी खोज लिथियम के लिए चीन पर भारत की निर्भरता को कम करने में मददगार साबित हो सकती है। बताते चलें कि राजस्थान में मिले लिथियम के इस भंडार की क्षमता जम्मू-कश्मीर मौजूदा भंडार सेकई गुना अधिक है। देश भर में मौजूद लिथियम के भंडारों में यह अब तक का सबसे बड़ा भंडार बताया जा रहा है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर, मेघालय, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी लिथियम की खोज की जा रही है।
लिथियम एक अलौह धातु है, जिसका उपयोग मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन और अन्य चार्जेबल बैटरी बनाने में किया जाता है। देश में लिथियम के भंडार मिलने और इसके उत्पादन से इलेक्ट्रिक व्हीकल की लागत में भारी कमी आने का अनुमान है.। इससे ईवी व्हीकल के मार्केट और इसके ग्राहकों को आने वाले समय में सीधा फायदा होगा।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक भारत लिथियम के लिए पूरी तरह से महंगी विदेशी आपूर्ति पर निर्भर रहा है ,जिसमे चीन का एकाधिकार रहा है। लेकिन राजस्थान के नागौर जिले के ड़ेगाना क्षेत्र में लिथियम के इस भंडार के मिलने के बाद भारत की चीन पर निर्भरता कम हो जाएगी।

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