पटना 23 जनवरी 2024
पूरे देश में प्रभु श्री राम के अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन और प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा पर लोगों में हर्षोल्लास एवं भक्तिमय माहौल है । इस अवसर पर आज दिनांक 22ण्01ण्2024 को डाक विभागए बिहार परिमंडल द्वारा प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर विशेष आवरण के विमोचन का कार्यक्रम राजभवनए पटना में आयोजित किया गया ।

प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर विशेष आवरण का विमोचन माननीय राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के कर कमलों द्वारा राजभवनए पटना में किया गया । माननीय राज्यपाल ने इस कार्य हेतु डाक विभाग को विशेष बधाई देते हुए बताया कि आज देश एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है । उन्होंने बताया कि डाक विभाग ने पिछले 150 वर्षों से अधिक समय से आम जन मानस की सेवा के साथ. साथ देश के सांस्कृतिक एवं प्राचीन धरोहरों को विशेष स्मृति चिन्हों जैसे डाक टिकटए विशेष आवरण इत्यादि के माध्यम से जीवित रखने में अग्रणी भूमिका निभाती रही है । माननीय राज्यपाल ने बताया कि आज ही अयोध्या में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा नवनिर्मित मंदिर का उद्घाटन और प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा किया गया है और आज ही प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर विशेष आवरण का विमोचन मेरे लिए सौभाग्य की बात है ।

इस विमोचन कार्यक्रम में बिहार परिमंडलए पटना के मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि प्रभु श्री राम पर पहले भी कई डाक टिकट जारी किये जा चुके है । इसी कड़ी में आज के दिन को विशेष और यादगार बनाते हुए प्रभु श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर विशेष आवरण का विमोचन माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा किया गया है । उन्होंने बताया कि डाक टिकट विचारोंए इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक माध्यम भी हैं। जब आप किसी डाक टिकट को जारी करते हैंए और जब कोई इसे किसी को भेजता है तो वह सिर्फ पत्र या सामान नहीं भेजता। वो सहज रूप से इतिहास के किसी अंश को भी किसी दूसरे तक पहुचाता है। मुख्य डाक महाध्यक्ष ने बताया कि ये विशेष आवरण प्रभु श्री राम के बिहार यात्रा को भी समर्पित है । उन्होंने बताया कि आज माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा प्रभु श्री राम के मंदिर का उद्घाटन किया गयाए जो भारत के अध्यात्मिक उर्जा की पुनर्जागरण का केंद्र है ।

प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े बिहार राज्य रामायण सर्किट के अंतर्गत बिहार के चार.पाँच प्रमुख स्थलों पर मार्ग प्रायोजित हैं । इस पवित्र मार्ग पर चलते हुए प्रभु श्री राम ने गुरु ऋषि विश्वामित्र के साथ प्राचीन समय में अयोध्या से सिद्धाश्रम ;बक्सरद्ध में आकर शिक्षा प्राप्त किये था। अयोध्या के राजा बनने के बाद भगवान श्री राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ मुक्तिधाम मंदिर ;गयाद्ध गए जहाँ पर माता सीता ने भगवान राम के पिता और अपने ससुर राजा दशरथ का पिण्ड दान किया था तथा फल्गु नदी को जल विहीन रहने का श्राप दिया था। मुख्य डाक महाध्यक्ष ने कहा कि आम जन मानस को प्रभु श्री राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए । दुनिया के विभिन्न देशोंए विभिन्न संस्कृतियों में रामायण को लेकर एक उत्साह रहा है। आज इस आवरण का विमोचन हुआ हैए वो इन्हीं भावनाओं का प्रतिबिंब हैं कि कैसे पूरे विश्व में भगवान रामए माता सीता और रामायण को बहुत गौरव से देखा जाता है और डाक विभाग भारत के ऐसे सभी संस्कृतियों तथा सभ्यताओं के प्रचार.प्रसार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है ।

मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि इस स्पेशल कवर की दो हजार प्रतियाँ मुद्रित की गयीं हैं । यह कवर सभी प्रमुख डाकघर एवं फिलेटलिक ब्यूरो में आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा । इस कार्यक्रम में राजभवन बिहार के अधिकारीयों के साथ. साथ बिहार डाक परिमंडल के निदेशक ;मुख्यालयद्ध पवन कुमारए निदेशक उत्तरी प्रक्षेत्रए मुजफ्फरपुर बी0बी0 शरणए वरीय डाक अधीक्षक पटना राजदेव प्रसादए चीफ पोस्टमास्टर पटना जी0पी0ओ0 शम्भू सिंहए डाक अधीक्षकए पटना साहिब रंधीर कुमारए सहायक निदेशक धर्मेन्द्र सिंहए श्री प्रणब कुमार झा , कुंदन कुमारए सत्यरंजन तथा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहें ।