बगहा 22 अप्रैल 2024

प्रकृति अपना स्वरूप बदल रही है। जलवायु में लगातार बदलाव हो रहे हैं। वर्षा में कमी होती जा रही है ।जो भूमंडल पर निवास करने वाले जीवों के लिए ठीक नहीं है ।उक्त बातें नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने 21वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के प्रांगण में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान कहा।

उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण और वृक्षों की रक्षा ही,हमें बेहतासा गर्मी से बचा सकती है।शुद्ध हवा की कमी को पूरा कर सकती है। पौधों वर्षा कराने में सहायक है। नहीं तो जितने भी हम यंत्र बना लेंगे। ये सभी यंत्र किसी काम का नहीं रहेंगे।हमें तड़प -तड़प कर मरना होगा। इसीलिए पौधारोपण के साथ-साथ पौधों का संरक्षण भी जरूरी है। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित 21वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट श्री प्रकाश ने कहा कि 21वीं वाहिनी एसएसबी का पूरा परिसर तरह-तरह के पेड़ पौधों से भरा हुआ है,फिर भी हम लोगों का प्रयास रहता है कि तरह-तरह के और अनोखे व औषधीय पौधों को लगाया जाए। इसीलिए आज विश्व पृथ्वी दिवस का अवसर पर पौधारोपण का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। द्वितीय कमान अधिकारी अश्विनी कुमार ने पौधारोपण कार्यक्रम को प्रकृति संरक्षण के लिए बेहद कारगर उपाय बताए।ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण व संरक्षण होने से जलवायु परिवर्तन की गति को कम किया जा सकता है। तो अभी जो लुह चल रही है। इसमें जो शुष्कता है। आगे क्या हालत होगा। इसी से आप लोग सोचिए।विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव निप्पू कुमार पाठक ने कमांडेंट प्रकाश को घोंसला भी घोसला व हजारा निंबू का पौधा समर्पित किया। गौरैया संरक्षण हेतु कमांडेंट श्री प्रकाश के हाथों इंस्पेक्टर बी एन जयसवाल एवं एसएसबी जवान आलोक तिवारी को नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा घोंसला प्रदान कराया गया। ज्ञात हो कि नैतिक जागरण मंच वेलफेयर ट्रस्ट पक्षियों को सबसे बड़ा पौधा रोपणकर्ता मानता है।इस लिए पक्षी संरक्षण हेतु लगातार घोंसला वितरण कर रहा है।

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