पटना 22 जून 2024
शनिवार को प्रदेश कार्यालय, पटना में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री हेमराज सिंह अपने बेटे के साथ जनता दल (यू0) का दामन थामा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने पूर्व मंत्री हेमराज सिंह व उनके बेटे धनराज सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। इस मौके पर मुख्य रूप से विधानपार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी एवं विधानपार्षद सह कोषाध्यक्ष ललन कुमार सर्राफ मौजूद रहें।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के सर्वमान्य नेता एवं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावित होकर पूर्व मंत्री हेमराज सिंह ने जद(यू0) परिवार में शामिल होने का निर्णय लिया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि पूर्णिया प्रमंडल में पार्टी को सांगठनिक रूप से और अधिक धारदार बनाने में हेमराज सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को सशक्त कर न्याय के साथ विकास की धारा को मजबूत करेंगे।
साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जातीय गणना में प्राप्त प्रमाणिक आंकड़ों को आधार बनाकर तमाम संवैधानिक प्रक्रियाओं के तहत अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार शोषित, वंचित और कमजोर वर्ग को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए पूरी गंभीरता से प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा हमारे लिए खुला है और हमें पूरा विश्वास है कि बिहार सरकार के ईमानदार प्रयासों के पक्ष में न्यायालय का अंतिम फैसला आयेगा।
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीट परीक्षा विवाद पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह मा0 राज्यसभा सांसद श्री संजय कुमार झा ने कहा कि यह मामला लाखों बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ है। पूरे मामले में तेजस्वी यादव के निजी सहायक की संदिग्ध भूमिका नजर आ रही है। राज्य की आर्थिक अपराध इकाई पूरी पारदर्शिता से मामले की जांच में जुटी हुई है। जांचोपरांत जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट जायेगी और मजबूती से अपना पक्ष रखेगी। श्री झा ने कहा कि लोकसभा चुनाव-2024 में एनडीए गठबंधन ने 175 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई है। हमें पूरा विश्वास है कि बिहार विधानसभा चुनाव में 2010 वाला इतिहास दोहराया जायेगा और वर्ष 2025 के बाद बिहार के स्वर्णिम काल की शुरुआत होगी। जो लोग जद(यू0) के खत्म होने का अनर्गल दावा कर रहे थे उन्हें बिहार की जनता ने महज 4 सीट पर समेट दिया।