पटना 22 जुलाई 2024
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने सम्बन्धी जदयू सांसद के सवाल के जवाब में साफ़ इनकार करने के बाद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने केंद्र की एनडीए सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इण्डिया गठबंधन छोड़ के एनडीए के साथ इसलिए गये थे कि जब डबल इंजन की सरकार बनेगी तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त होगा और बिहार का चहुंमुखी विकास होगा।
जदयू के ही सांसद रामप्रीत मंडल द्वारा संसद में पूछे गये सवाल के जवाब में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि बिहार विशेष राज्य के दर्जे के लिए तय नियमों को पूरा नहीं करता इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। अब तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोचना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा साफ़ इनकार करने के बाद क्या वें केंद्र की एनडीए सरकार से समर्थन वापस लेंगे या बिहार के नौ बार के मुख्यमंत्री का शपथ लेने वाले नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देंगे?
बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि आखिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक लोभ में कब तक सत्ता के लिए भाजपा और एनडीए का साथ देकर बिहार के विकास की गति को अवरुद्ध करते रहेंगे। समय रहते उन्हें एक स्वस्थ्य और विकासवादी राजनीतिक विकल्प की तलाश करनी चाहिए जिससे राज्य का चहुंमुखी विकास संभव हो सके और बिहार जो दशकों से पिछड़ेपन का शिकार बना रहा है उससे कुछ बेहतर स्थिति में आ सकें। सत्ता लोलुपता में आखिर बिहार की हकमारी 2005 से करते आ रहें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब भी नैतिकता के आधार पर एनडीए की मोदी सरकार से समर्थन वापस और बिहार के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने की हिम्मत दिखानी चाहिए।