पटना 26 अक्टूबर 2024
दीपावली एवं छठ महापर्व के अवसर पर पात्र लाभार्थियों (यात्रियों) हेतु पटना जंक्शन पर अधिष्ठापित आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी – पीएमजेएवाई) एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (एमएम- जेएवाई) जागरूकता स्टॉल का उद्घाटन शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने किया।
यह विशेष स्टॉल बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति (स्वास्थ्य विभाग, बिहार) द्वारा लगाया गया है, जो 26 अक्टूबर से 8 नवंबर 2024 तक आम जनता की सेवा में उपलब्ध रहेगा। कार्यक्रम में बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा ने आयुष्मान कार्ड निर्माण की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस जागरूकता स्टॉल का उद्देश्य छठ महापर्व के दौरान पटना जंक्शन पर आने वाले पात्र लाभार्थियों को एबी – पीएमजेएवाई एवं एमएम- जेएवाई की जानकारी देना है। साथ ही पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने की भी सुविधा उपलब्ध है।
श्री पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य में एबी – पीएमजेएवाई एवं एमएम- जेएवाई से संबंधित जन जागरूकता एवं प्रचार प्रसार की गतिविधियां निरंतर चलायी जा रही है। ताकि पात्र लाभार्थियों एवं जन सामान्य तक योजना एवं इसके लाभों की जानकारी पहुंचे एवं जरूरतमंद पात्र लाभार्थी ससमय योजना का लाभ आसानी से उठाएं। राज्य में छठ महापर्व के दौरान अधिकाधिक पात्र लाभार्थी परिवार के साथ त्योहार मनाने बिहार आते हैं।
उसी क्रम में पटना के प्रमुख रेलवे स्टेशन, पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन, दानापुर रेलवे स्टेशन, बैरिया बस स्टैंड पर जागरूकता स्टॉल का अधिष्ठापन कर आयुष्मान कार्ड निर्माण शुरु हो गया। प्रत्येक जिला के प्रमुख छठ घाटों पर एवं पंचायतों में दिनांक 04 नवंबर से 08 नवंबर तक आयुष्मान कार्ड निर्माण हेतु प्रतिदिन 5 समर्पित कैंप/स्टॉल लगाएं जाएंगे। प्रतिदिन प्रति कैंप 500 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड निर्माण हेतु जिला को निर्देश दिया गया है। सभी प्रखंडों/पंचायतों में माइकिंग द्वारा जागरुकता किया जा रहा है। पटना के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर योजना से संबंधित विज्ञापन का प्रसारण भी किया जा रहा है।
श्री पांडेय ने बताया कि अब तक लगभग 1 करोड़ 50 लाख परिवारों एवं 3 करोड़ 57 लाख व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड निर्गत किया जा चुका है। राज्य में इस योजना अंतर्गत 586 सरकारी एवं 435 गैर सरकारी अस्पताल (कुल 1021 अस्पताल) सूचीबद्ध किए जा चुके हैं। राज्य अंतर्गत एवं देश के अन्य सूचीबद्व सरकारी एवं निजी अस्पतालों के माध्यम से इस योजना के अन्तर्गत इलाज के लिए अब तक लगभग 13.95 लाख मरीजों के हॉस्पिटल एडमिशन हुए हैं। जिस पर 1730 करोड रुपए खर्च हुए हैं। लाभार्थियों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों के नेटवर्क को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य के 1.79 करोड़ परिवार का आयुष्मान कार्ड बनाना है। देशभर में 29 हजार अस्पताल आयुष्मान योजना से सूचीबद्ध हैं। जहां लोग जाकर आयुष्मान कार्ड से अपना इलाज निःशुल्क कर सकते हैं। साल 2024 में 2.70 करोड़ कार्ड बनाए गए हैं।
इस अवसर पर बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, शैलेश चन्द्र दिवाकर, प्रशासी पदाधिकारी, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति, आलोक कुमार सिंह, वित नियंत्रक, आलोक रंजन, निदेशक ऑपरेशन, रितेश कुमार मिश्र, राज्य प्रबंधक – कैपेसिटी बिल्डिंग एवं प्रचार-प्रसार तथा बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के अन्य सभी निदेशक, सभी राज्य स्तरीय प्रबंधक, विधि परामर्शी और सलाहकार उपस्थित थे।