पटना ,8 जनवरी 2023

डॉ यू ० पी ० गुप्ता ने कहा किबिहार में अति पिछड़ों कीआबादी 40 प्रतिशत से भी अधिक है लेकिन इस समाज की दशा महादलितों से भी बदतर है। सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक रूप से भी यह समाज काफी पिछड़ा हुआ है। ” आगे उन्होंने कहा कि संगठित हुए बिना समाज को कुछ नहीं मिल सकता है। उन्होंने समाज के लोगों को अपने बच्चों को शिक्षित करने व संगठित रहने पर जोर देने का आग्रह किया।

ये बाते डॉ यू ० पी गुप्ता ने रविवार को अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष महामोर्चा ,बिहार के कार्यकर्ताओं की बैठक में कही। रविवार को एन आई एच ई आर गुलजार बाग पटना के सभागार में आयोजित अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष महामोर्चा ,बिहार के कार्यकर्ताओं की बैठक का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ यू ० पी गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मोर्चा के संयोजक जय नाथ चौहान ने कहा किदेश कि लगभग सभी पार्टियां अतिपिछड़ों कि हिमायती का दम्भ भरती है परन्तु हकीकत कुछ और ही है। सभी पार्टियों ने अतिपिछड़ा प्रकोष्ट या मोर्चा बनाकर अतिपिछड़ों को हाशिये पर रखने का उपक्रम बना रखा है। उन्होंने कहा कि वे दो – दो टर्म से भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं परन्तु वे जब भी अतिपिछड़ों के हक़ कि बात करते हैं उन्हें रोक दिया जाता है। उन्होंने भाजपा सहित अन्य सभी पार्टियों पर अतिपिछड़ों को सिर्फ वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ” आज जिस प्रकार इ डब्लू एस को 10 प्रतिशत आरक्षण बिना मांगे दिया गया ,लैटरल एंट्री इन सिविल सर्विसेस के माध्यम से अपने चहेते को पिछले दरवाजे से आईएएस और आईपीएस बनाया जा रहा है ,एक एक कर सरकारी प्रतिष्ठानों को अडानी और अम्बानी जैसे उद्योगपतियों के हाथों बेचकर निजीकरण किया किया जा रहा है। आनेवाले समय में आरक्षण सिर्फ झुनझुना रह जायेगा। उन्होंने कहा कि चूँकि केवल सरकारी संस्थानों में आरक्षण है ,जब एक एक कर सरकारी संस्थाएं निजीकरण का शिकार हो जाएँगी तो ना केवल इ बी सी बल्कि ओ बी सी ,एस सी ,एस टी का आरक्षण भी सिर्फ नाम का रह जायेगा।

मोर्चा के संरक्षक चंद्रशेखर शाह ने कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था में जब तक कोलेजियम सिस्टम रहेगा इ बी सी ,ओ बी सी ,एस सी ,एस टी के हक़ अधिकार छीने जाते रहेंगे। मुट्ठी भर एक खास वर्ग का कब्ज़ा है न्यायपालिका पर। जिस प्रकार सवर्णों को इ डब्लू एस के माध्यम से बिना मांगे आयोग गठन कर आरक्षण दे दिया गया और जब सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई तो याचिका ख़ारिज कर दी गई। यह बहुत खतरनाक संकेत है। आज इ बी सी ,और ओ बी सी से काम अंक लेकर भी सवर्ण के बच्चे नौकरी पा जा रहे हैं। इन तमाम साजिशों को समझने कि आवश्यकता है अन्यथा इस समाज का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा।

रविवार को हुए इस बैठक में अतिपिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य कंचन गुप्ता ,रमा निषाद ,अजय भूषण दिवाकर ,स्वामी रामानंद सिंह ,जवाहर शाह ,जगन्नाथ शाह ,लक्ष्मी प्रजापति ,ललन कुमार चंद्रवंशी ,डॉ रत्नेश पटेल ,वीरेंद्र शाह ,बच्चू प्रसाद वीरू , मंजू कुमारी ,नरेश शाह ,पुरोषत्तम जैन ,कृष्ण साहू ,अरुण बाँध ,नागेश्वर चौहान ,रीता ठाकुर ,धर्मेंद्र मालाकार सहित अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष महामोर्चा ,बिहार के अन्य सदसयगण उपस्थित थे।

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