पटना 11 नवंबर 2024

स्वतंत्रत भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती बिहार कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनाई गई साथ ही उनके जयंती के मौके पर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के इस देश के शैक्षणिक उन्नयन में योगदान को रेखांकित करते हुए उनके जीवन वृत को बताया जिसमें उन्होंने देश से लेकर अरब तक के उनके राजनीतिक समझ की चर्चा की। साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि कैसे सबसे कम उम्र में मौलाना अबुल कलाम आजाद कांग्रेस के अध्यक्ष बनें और उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ हमारे देश के विकास में रहा।

इस दौरान कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद विधान सभा में दल के नेता डॉ शकील अहमद खान ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन दर्शन को वर्तमान दौर में आवश्यक बताते हुए कहा कि सभी समुदाय के लोगों को उनके जीवन को अपनाना चाहिए और उसे आदर्श मानकर देश के उन्नति में योगदान देना चाहिए।

इस दौरान बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव शाहनवाज आलम ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम पर आज शैक्षणिक विकास के लिए बहुत सारी संस्थाएं काम करती हैं और यह बताने को काफी है कि देश के पहले शिक्षा मंत्री के तौर पर उन्होंने इस देश में बौद्धिक विकास की नींव रखी थी जिसे आज कुंद करने का प्रयास वर्तमान सत्ता के द्वारा चल रहा है।

इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद प्रख्यात इतिहासकार और गांधीवादी विचारक प्रो इम्तियाज अहमद ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन के प्रत्येक पहलुओं को विस्तार से समझाया और कहा कि कांग्रेस ने देश को महान विभूतियां दी है लेकिन वर्तमान दौर में हमें अपने गौरवशाली अतीत के साथ वर्तमान को वैचारिक तौर पर मजबूत करना होगा। देश में आज बौद्धिक विकास की धारा को रोकने का प्रयास चल रहा है और गांधीवादी मूल्यों की हत्या की जा रही है ऐसे में मौलाना आजाद के विचारों को आत्मसात करते हुए हमें फिर से देश के बौद्धिक स्तर को वैश्विक शिक्षा से जोड़ने का प्रयास करना होगा।

इस दौरान दूसरे मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो रतन लाल ने कहा कि स्कूली शिक्षा तक को वर्तमान दौर की सरकार ने बर्बाद करने का काम किया है और आज सभी समुदायों को और वर्गों को उनके वास्तविक हिस्सेदारी से दूर रखा जा रहा है। आज के दौर में स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाजनकारी मानसिकता के लोग हावी हो चुके हैं जो इस देश के बौद्धिक विकास पर ग्रहण लगाकर और इसके बढ़ोतरी के ऊपर कुंडली मार के बैठे हैं उनको सबक सिखाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि देश में शैक्षणिक माहौल को अराजक हाथों में सौंप दिया गया है और आज आरक्षण का समुचित लाभ भी इस देश में सभी वर्गों को नहीं मिल पा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष उमैर खान ने किया।

जयंती समारोह में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्चक्ष डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव सह बिहार प्रभारी शाहनवाज आलम, कांग्रेस विधायक दल के नेता डा0 शकील अहमद खान, प्रो0 इम्तियाज अहमद, प्रो0 रतन लाल, विधायक इजहारूल हुसैन, उमैर खान, लाल बाबू लाल, राजेश राठौड़, ब्रजेश प्रसाद मुनन, शरवत जहां फातमा, कपिलदेव प्रसाद यादव, राज कुमार राजन, आनन्द माधव, ज्ञान रंजन, मुन्ना शाही, विनय वर्मा, प्रो0 विनोद यादव,कैसर खान, गोरख नाथ, डा0 संजय यादव, सौरभ सिन्हा, राजकिशोर सिंह, मनोज मेहता, संजय पाण्डेय,   शशि रंजन, आशुतोष शर्मा, धर्मवीर शुक्ला, राजेश मिश्रा, उदय शंकर पटेल, वसी अख्तर, मो0 शाहनवाज, आदित्य पासवान, विमलेश तिवारी,सोनू अग्रवाल, मृणाल अनामय, विशाल झा, रवि गोल्डन, मंजीत आनन्द साहू, सुदय शर्मा,राजनन्दन कुमार, निघि पाण्डेय,अब्दुल वाकी सज्जन,रूची सिंह सहित सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।

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