पटना 21 नवंबर 2024
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार 20 नवंबर को अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसके अंतर्गत 98 हजार 349 प्रारंभिक शिक्षक, 12 हजार 524 माध्यमिक शिक्षक तथा 3 हजार 265 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से संध्या कुमारी, रजनीश कुमार, अंजलि रानी, धर्मेंद्र राम, मेदिनी बाला एवं धनेश्वर सिंह को कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ करने के पश्चात् अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के विशेष कार्यक्रम में आप सबउपस्थित हैं, मैं आपसब का स्वागत करता हूं, आप सबका अभिनंदन करता हूं। आप सब यहां पर आए हैं, यह बड़ी खुशी की बात है। आपलोगों को मालूम है कि राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में पहले से कई कदम उठाए गए हैं और आज भी कई कार्य किए जा रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है कि जो नियोजित शिक्षक थे उनको सक्षमता परीक्षा पास कराने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2005 के नवंबर माह में जब हमलोग सरकार में आए थे तब से शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, आवागमन सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है। पहले शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, कहीं-कोई रास्ता नहीं बना हुआ था। जब हम सांसद थे और केंद्र में मंत्री थे और उस समय अपने इलाके में घूमते थे तो पैदल ही चलना पड़ता था लेकिन अब लोगों के लिए आवागमन काफी सुलभ बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर अब सरकारी शिक्षक बन गये हैं, उन्हें आज नियुक्ति पत्रदिया जा रहा है, मैं इन सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूँ। आप सब जानते हैं कि पूर्व में शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गयी जिनकी कुल संख्या लगभग 3 लाख 67 हजार 143 है। वर्ष 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग से नये शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गयी जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक हो गये। बचे हुये नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बनने की माँग कर रहे थे, तो वर्ष 2023 में ही तय कर दिया गया कि अलग से एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया जायेगा और इसके लिए 5 मौके दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 2 परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है। पहली सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें 1 लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं,जिनके प्रमाण-पत्रों की जाँच चल रही है। अब तक 1 लाख 14 हजार 138 सरकारी शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाये गये हैं, आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। बचे हुये शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जाँच जारी है। शिक्षा विभाग कार्य को तेजी से पूर्ण करे। उन्होंने कहा कि दूसरी सक्षमता परीक्षा आयोजित की गयी जिसका पिछले सप्ताह रिजल्ट भी आ गया है इसमें 65 हजार 716 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं जिनके प्रमाण-पत्रों की भी जाँच कारायी जायेगी और नियुक्ति पत्र वितरण किया जायेगा। इसके बाद 85 हजार 609 नियोजित शिक्षक शेष बचे हैं जिनको तीन परीक्षाओं में बैठने के मौके दिये जायेंगे। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नये शिक्षकों की लगातार नियुक्ति की जा रही है। वर्ष 2023 में सरकार ने निर्णय लिया कि अब नये शिक्षकों की नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा की जाय। अब तक दो चरणों में 2 लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है, जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है। तीसरे चरण में नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है जिसका रिजल्ट पिछले सप्ताह घोषित किया गया है जिसमें शिक्षक के नये पदों पर 38 हजार 900 अभ्यर्थी परीक्षा पास हुये हैं। हेडमास्टर के नये पदों पर 42 हजार 918 अभ्यर्थी पास हुए हैं। इन सभी को कुछ ही दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया जायेगा।