पटना 19 जनवरी 2025
जद (यू0) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीतिक समझ पर गंभीर सवाल उठाया है। मीडिया में जारी बयान में उन्होंने कहा कि बिहार में जाति आधारित सर्वे को फर्जी बताकर राहुल गांधी ने दरअसल लाखों दलितों और पिछड़ों का अपमान किया है।

उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने जाति आधारित सर्वे का काम सफलतापूर्वक कराया और दलितों और पिछड़ों को उनकी आबादी के अनुरूप आरक्षण सीमा को 65 प्रतिशत तक बढ़ाने का काम किया। साथ ही जाति आधारित सर्वे के बाद 94 लाख गरीब परिवारों की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्हें दो-दो लाख रुपए देने का ऐतिहासिक प्रावधान किया गया।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से साफ जाहिर है कि उनके दलितों और पिछड़ों के प्रति भाषण और व्यवहार में अंतर है। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वो महज मीडिया में सुर्खियां पाने के लिए अनाप शनाप बयान देते रहते हैं और यही कारण है देशभर में उनकी बयानों को कोई गंभीरता से नहीं लेता।

इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी से कुछ अहम सवाल पूछे:-
1.राहुल गांधी का बिहार में जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट को फर्जी बताना क्या कांग्रेस के घोर दलित,पिछड़ा विरोधी चेहरे को नहीं दर्शाता है?
2.क्या ये सही नहीं है कि बिहार में जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसका समर्थन किया था और आबादी के अनुरूप भागीदारी बढ़ाने की बात कही थी?
3.बिहार में जाति आधारित सर्वे को फर्जी बताने वाले राहुल गांधी ये बताएं कि इसको लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठकों में कांग्रेस के नेताओं ने क्या हिस्सा नहीं लिया था?
4.क्या ये सही नहीं है कि कांग्रेस ने हमेशा से दलितों, पिछड़ों की हकमारी की और काका कालेलकर आयोग की सिफारिशों को लागू करने का काम नहीं किया?
5.क्या ये सही नहीं है कि समाज के कमजोर वर्गों को आरक्षण देने की मंडल कमीशन की रिपोर्ट को कांग्रेस ने दबाने की कोशिश की?